नदिया। तृणमूल कांग्रेस में पीसी तृणमूल या भाईपो तृणमूल? इसको लेकर संघर्ष किया जा रहा है। पहले सब पागल बाबा के दरबार में थे, अब सारे पागल पीसी के दरबार में आ गए हैं। नदिया के शांतिपुर में पार्टी के एक कार्यक्रम में शामिल होने के दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजुमदार ने इस भाषा में सत्तारूढ़ पार्टी पर हमला बोला। पहले उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग पर करीब पांच किलोमीटर तक बाइक रैली निकाली। उसके बाद उन्होंने शांतिपुर थाने के गोबिंदपुर स्थित एक निजी लॉज में पार्टी के सम्मेलन में भाग लिया।
सम्मेलन के अंत में पत्रकारों से बातचीत में सुकांत मजूमदार ने मुकुल रॉय के बारे में कहा, ”कई लोग बहुत कूछ चाहते हैं।” मामला बहुत कीचड़ वाले पानी जैसा है। पहले इसे साफ होने दीजिए। वह अभी भी आधिकारिक तौर पर हमारी पार्टी के विधायक हैं। हालांकि हमने उनके जाने और बर्खास्तगी को लेकर मामला दायर किया था। क्योंकि वह तृणमूल का झंडा लेकर तृणमूल में शामिल हो गए थे। टाटा और उद्योग के बारे में उन्होंने कहा, अगर हम इस राज्य में सत्ता में आए तो टाटा ही नहीं, हम इस राज्य की पूरी औद्योगिक व्यवस्था को बदल देंगे।
हम कोलकाता के पास हर उस जिले में उद्योग लगाएंगे जहां उद्योग के अनुकूल माहौल हो। क्योंकि कोई भी लाखों बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी नहीं दिला पाएगा। नौकरियां उद्योग के माध्यम से सृजित होंगी और हम वह करेंगे। उन्होंने तृणमूल विधायक बिमलेंदु सिंह रॉय कंबल वितरण को लेकर जमकर कटाक्ष किया। उस संदर्भ में सुकांत मजूमदार ने कहा कि हमने एक गाना सुना था बाबा तोर दरबारे सकल पागला खेले। पहले सभी पागल बाबा के दरबार में थे, अब सभी पागल पीसी के दरबार में हैं।