नयी दिल्ली। देश के प्रमुख रक्षा प्रतिष्ठान रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने नियंत्रित हवाई वितरण प्रणाली के जरिए 500 किलोग्राम के पेलोड को सफलतापूर्वक ले जाने की क्षमता का प्रदर्शन किया है। यह परीक्षण उड़ान डीआरडीओ की आगरा स्थित प्रयोगशाला एडीआरडीई ने संचालित की और इसके तहत 500 किलोग्राम के पेलोड को उठाकर दूसरी जगह ले जाया गया।
परीक्षण उड़ान के दौरान मालपुरा के ड्रॉप जोन में 5000 मीटर की ऊंचाई से कार्यप्रणाली का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया गया।
इसे वायु सेना के मालवाहक विमान ए एन 32 से पैरा-ड्रॉप किया गया था और फिर स्वायत्त मोड में पूर्वनिर्धारित लैंडिंग बिंदु पर ले जाया गया। सेना और वायु सेना के ग्यारह पैराट्रूपर्स ने हवा में इस का पीछा किया और उसके साथ नीचे उतरे। इस प्रणाली का इस्तेमाल रैम एयर पैराशूट (आरएपी) की युद्धाभ्यास क्षमताओं का उपयोग करके पूर्व निर्धारित स्थान पर 500 किलोग्राम तक के पेलोड की सटीक डिलीवरी के लिए किया जाता है।
यह अपनी उड़ान के दौरान सभी आवश्यक जानकारी के लिए ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम का उपयोग करता है। सीएडीएस, अपनी इलेक्ट्रॉनिक्स इकाई के साथ, ऑपरेटिंग नियंत्रण प्रणाली द्वारा निर्धारित लक्ष्य स्थल की ओर अपनी उड़ान को स्वायत्त रूप से संचालित करता। यह परीक्षण उड़ान आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आयोजित की गई।