तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : देश के विभिन्न भागों के साथ ही दक्षिण पूर्व रेलवे में भी सोमवार से ट्रेनों का आंशिक परिचालन शुरू हो गया है। चलने वाली ट्रेनें श्रमिक स्पेशल के अतिरिक्त है. लेकिन इसी के साथ लोगों खासकर यात्रियों में पूर्ण परिचालन खास तौर से लोकल ट्रेनों के परिचालन की उम्मीदें भी की जाने लगी है।
क्योंकि लोकल ट्रेनें महानगर और उपनगरीय इलाकों के लिए लाइफलाइन का कार्य करती है। हजारों की संख्या में यात्री यातायात के लिए लोकल ट्रेनों पर निर्भर करते हैं। लोकल ट्रेनों में विभिन्न चीजों की बिक्री से सैकड़ों की संख्या में हॉकरों की रोजी-रोटी भी चलती है। जबकि लॉक डाउन -1 से ही तमाम पैसेंजर ट्रेनों के साथ ही लोकल ट्रेनों का परिचालन भी बंद है।
अलबत्ता रेल महकमे की ताजा विज्ञप्ति से स्पष्ट है कि फिलहाल लोकल ट्रेनों के लिए वोकल होना बेकार है। महकमे की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक दक्षिण पूर्व रेलवे की तमाम नियमित पैसेंजरों ट्रेनों के साथ ही सभी ईएमयू , मेमू व डेमू लोकल ट्रेनें आगामी आगामी 30 जून तक रद रहेगी।
कोरोना संकट के बीच लोकल ट्रेनों के परिचालन की संभावना पर भी अलग बहस छिड़ी हुई है। एटक नेता विप्लव भट ने कहा कि जून में कोरोना के पीक पर रहने का अंदेशा है, ऐसे में आर्थिक पहलू के लिए लोगों के जीवन से खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। क्योंकि लोकल ट्रेनों में सोशल डिस्टेंसिंग समेत तमाम जरूरी नियमों का पालन मुश्किल है। लिहाजा किसी प्रकार के जोखिम से बचा जाना चाहिए।