वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी से देश में कम से कम एक लाख लोगों की जान जा सकती है। ट्रंप ने एक बार फिर से आरोप लगाया कि चीन इस कोरोना महाप्रकोप को छिपाने की कोशिश कर रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने वादा किया कि वह कोरोना वायरस के चीनी स्रोत को लेकर एक ठोस रिपोर्ट पेश करेंगे। ट्रंप ने अमेरिका में मरने वालों की अपनी संख्या को संशोधित करते हुए कहा कि हमें विश्वास है कि इस साल के आखिर तक कोरोना वायरस की वैक्सीन आ जाएगी।
इससे पहले ट्रंप ने अप्रैल में अनुमान लगाया था कि 60 हजार अमेरिकी लोगों की कोरोना वायरस से जान जा सकती है। अब ट्रंप ने रविवार को एक इंटरव्यू में दिए अपने बयान में कहा, ‘हम 75, 80 हजार से लेकर एक लाख लोगों की जान गंवा सकते हैं। यह बहुत भयानक है।’
वाइट हाउस में एक महीने तक बंद रहने के करीब एक माह बाद ट्रंप मेरीलैंड में राष्ट्रपति शिविर कैंप डेविड लौटे और उन्होंने लिंकन मेमोरियल के अंदर फॉक्स न्यूज चैनल की ओर से रविवार रात आयोजित टाउनहॉल में हिस्सा लिया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने आर्थिक गतिविधियों को फिर से शुरू किए जाने पर जोर दिया। उनके सलाहकारों का मानना है कि इस साल नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में उनके फिर से निर्वाचित होने की संभावना के लिए यह जरूरी है।
ट्रंप ने कहा, ‘हमें इसे सुरक्षित रूप से लेकिन जल्द से जल्द खोलना होगा।’ राष्ट्रपति ने मुद्दे से जुड़े दोनों तरफ की आशंका को स्वीकार किया जहां कुछ अमेरिकी बीमार होने को लेकर चिंतित हैं जबकि अन्य को नौकरी जाने का भय है। भले ही वैश्विक महामारी से निपटने का प्रशासन का तरीका, खासकर बड़े पैमाने पर जांच करने की उसकी क्षमता की तीखी आलोचना हो रही हो लेकिन राष्ट्रपति ने सरकार की प्रतिक्रिया का बचाव किया और कहा कि देश फिर से खुलने के लिए तैयार है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, ‘मैं आपको एक बात बताता हूं। हमने सही चीज की है और मैं सच में मानता हूं कि हमने लाखों जान बचाई हैं।’ उन्होंने अपने वरिष्ठ सलाहकार और दामाद जेरेड कुश्नर के आकलन से हालांकि इत्तेफाक नहीं जताया और कहा कि यह कहना बहुत जल्दबाजी होगी कि संघीय सरकार किसी तरह की सफलता देख रही है। बता दें कि अमेरिका में 68,602 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हो गई है। वहीं 11,88,421 लोग इस महमारी से संक्रमित हैं।