अलीपुरद्वार। अलीपुरद्वार के दौरे पर केंद्रीय मंत्री और सांसद अलीपुरद्वार जॉन बारला ने इस दिन अपने कार्यालय में बैठकर पत्रकारों के सामने जमकर बरसे, ”मेरा पैसा कहां जाएगा? डीएम के पास जाएगा। डीएम मना कर दिया तो क्या हुआ? डीएम जिलाध्यक्ष हैं। तृणमूल का जिलाध्यक्ष है डीएम। डीएम तृणमूल नहीं चाहते कि जॉन बारला काम करें या मैं रिबन काटूं। 160 काम हुए हैं। मुझे रिबन काटने की अनुमति नहीं है। बहुत काम है। मुझे बलपूर्वक काम करना है। हम केंद्रीय प्रतिनिधि हैं। हमारे पास कुर्सी नहीं है। एक टूटी हुई कुर्सी ही मुझे दे देते। सभी चयन तो डीएम करते हैं।
तृणमूल को अखिल भारतीय दर्जा नहीं होने के बारे में उन्होंने कहा कि दीदी का सपना था कि वह पूरे देश पर शासन करेंगी। क्या वह प्रधानमंत्री बनेंगी? 2019 में कहा कि यह सेमीफाइनल है। 2024 फाइनल होगा। तब दीदी प्रधानमंत्री बनेंगी। यह संदिग्ध है कि उनके पास मुख्यमंत्री का पद भी होगा। ऐसा दिन आ रहा है कि उनके सांसद मंत्री ही उन्हें हटा देंगे। टू मैन डिवीजन। वे सभी पदों पर आसीन हैं। बुआ और भतीजा, पदों का विभाजन नहीं कर रहे है। कोलकाता से बुला रहे हैं। पुलिस प्रशासन विफल हो रहा हैं, सब कुछ लुट रहा है। हम नगर पालिका जीत गए। वे बॉक्स बदलकर जीत गए।
हम तीसरे स्थान पर कैसे जा सकते हैं। हम नगर पालिका नहीं जीत सकते जब तक केंद्रीय बल के बिना पंचायत चुनाव नहीं होंगे। पुलिस बेतरतीब ढंग से मतदान करेगी। जनता डरी हुई है। गांव में घर-घर में दहशत फैली हुई है। पुलिस से मतदान कराया गया तो लाशें निकलेंगी। ऐसी स्थिति होगी। लोग उन पर विश्वास नहीं करते हैं। मोदी को देखने जा रहे हैं। मुझे राज्य सरकार से कोई लेना-देना नहीं है। डीएम ने चार साल में फोन नहीं किया। एक दिन ऐसा भी आएगा जब तृणमूल के झंडे वाले नहीं होंगे। लोग ऊब चुके हैं। पुलिस के साथ राजनीति करवाई जा रही है।