“नव सृजन : एक सोच” साहित्यिक समूह द्वारा परिचर्चा का आयोजन

Kolkata, नव सृजन : एक सोच, साहित्यिक समूह द्वारा वरिष्ठ उपन्यासकार विनय सक्सेना जी के उपन्यास “मेरा गुनाह क्या है” पर ऑनलाइन परिचर्चा का आयोजन हुआ, कार्यक्रम की शुरुआत कवयित्री मौसमी प्रसाद ने सरस्वती वंदना गा कर किया, संचालन का कार्यभार अनु नेवटिया ने संभाला, परिचर्चा में शामिल वक्ताओं में वरिष्ठ साहित्यकारा बिभा रानी श्रीवास्तव, स्वाति सिंह, उपन्यासकार संजय अविनाश, कवि रवि कुमार रवि, मौसमी प्रसाद, राजेन्द्र रावत, मंजू चौहान और अमित कुमार अम्बष्ट शामिल रहे।

तकरीबन डेढ़ घंटे चले इस कार्यक्रम में उपन्यास के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई। कार्यक्रम की सफलता को देखते हुए, नव सृजन : एक सोच साहित्यिक समूह ने यह संकल्प लिया कि साहित्यिक समृद्धि के लिए ऐसे कार्यक्रम का आयोजन प्रति मास  किया जाएगा।

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