धरमपुर ब्लॉक के 1 और 2 नंबर अंचल में दीदी की सुरक्षा कवच कार्यक्रम

उत्तर दिनाजपुर। तृणमूल कांग्रेस के उत्तर दिनाजपुर जिले के गोआलपोखर 1 ब्लॉक के अध्यक्ष गुलाम रसूल उर्फ मोनी ने सोमवार को धरमपुर ब्लॉक के 1 और 2 नंबर अंचल में दीदी की सुरक्षा कवच कार्यक्रम के तहत विभिन्न गांवों का दौरा किया। वह आम लोगों से पूछा कि क्या उन्हें सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ मिल रहा है। इस कार्यक्रम में पार्टी के गोवालपोखर ब्लॉक के विभिन्न तृणमूल कांग्रेस नेताओं ने भाग लिया।

ब्लॉक अध्यक्ष मोनी ने कहा, हम आम लोगों से पूछताछ कर रहे हैं कि उन्हें सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ मिल रहा है या नहीं। अधिकांश लोगों को सभी योजनाओं क सुविधा मिलने की बात कही है।, जिन्हें नहीं मिला है, उन्हें दिलाने की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के नाम आवास सूची में नहीं होने की शिकायतें मिली हैं। उन्हें आवास योजना सूची, में फिर से दर्ज किया गया है।

दीदी के दूत गांव पहुचने से पहले फटे पोस्टर

उत्तर दिनाजपुर। तृणमूल नेताओं ने तैयारी कर ली उससें पहले रायगंज विधायक कृष्णा कल्याणी गांव में दीदी के दूत कार्यक्रम करने आएंगे। तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता इसकि तैयारी में जुटे हैं लेकिन तभी तृणमूल के पोस्टर फटे नजर आये। गांव के विभिन्न स्थानों में लगे दीदी की सुरक्षा कवच के पोस्टर किसी ने फाड़ डाला है। इस घटना को लेकर इलाके में काफी सनसनी है।

हालांकि तृणमूल प्रखंड अध्यक्ष अनिमेष देबनाथ का कहना है कि गांव के बच्चों ने इस पोस्टर को फाड़ा होगा। यह कोई बड़ी बात नहीं है। उल्लेखनीय है कि भाजपा के टिकट पर जीतकर वह तृणमूल में शामिल हुए हैं। मंगलवार को रायगंज के विधायक कृष्णा कल्याणी दीदी का दूत बनकर गांव पहुंचे हैं।

दीदी की सुरक्षा कवज कार्यक्रम में राज्य शरणार्थी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष रंजीत सरकार शामिल

मालदा। ओल्ड मालदा प्रखंड तृणमूल नेतृत्व ने दीदी की सुरक्षा कवज कार्यक्रम पर काम शुरू कर दिया है। दीदी के दूत के रूप में तैनात तृणमूल कार्यकर्ताओं ने मंगलवार सुबह से ही संबंधित ब्लॉक के जतराडांगा ग्राम पंचायत समेत कई क्षेत्रों के धार्मिक स्थलों व ग्रामीण इलाकों का दौरा किया। ग्रामीणों से बात की। इस कार्यक्रम में आज राज्य शरणार्थी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष रंजीत सरकार शामिल हुए। जिला तृणमूल महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष मृणालिनी मंडल माइती सहित पार्टी के गणमान्य लोग भी मौजूद रहे। उन्होंने संबंधित क्षेत्रों के कई स्कूलों में भी जाकर वहां की ढांचागत व्यवस्था का जायजा लिया।

ग्रामीणों ने तृणमूल नेताओं से संपर्क किया और विभिन्न समस्यायों के बारे में अपनी शिकायतें उठाईं। तृणमूल नेतृत्व ने यह भी आश्वासन दिया कि जिन्हें अभी तक लक्षी भंडार में शामिल नहीं किया गया है, जिन्हें अभी तक विभिन्न मामलों में भत्ता नहीं मिल रहा है उन्हें भी यह सुविधाएं दी जायेंगी। दीदी सुरक्षा कबच के तहत दीदी दूत के रूप में आए राज्य शरणार्थी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष रंजीत सरकार ने कहा कि मुख्यमंत्री और हमारी पार्टी की नेता ममता बनर्जी ने ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के लाभ के लिए इस परियोजना को विकसित किया है। इसके माध्यम से छह परियोजनाओं पर विशेष रूप से जोर दिया गया है।

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