कोलकाता। पश्चिम बंगाल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने शनिवार को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर पंचायत चुनाव के दौरान आतंक का राज कायम करने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में लोकतंत्र मर चुका है। मजूमदार ने ट्वीट किया, “कूचबिहार के सिताई में बाराविटा प्राइमरी स्कूल में मतदान केंद्र में तोड़फोड़ की गई और मतपत्रों में आग लगा दी गई। उन्होंने कहा कि तृणमूल ने गुंडागर्दी सभी सीमाएं पार कर गई है और अब पश्चिम बंगाल पंचायत चुनावों में खुलेआम मतपत्र लूटकर लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है।
उन्होंने कहा, “दीदी और उनके गुंडों मतदान का मजाक उड़ा रहे है। कूचबिहार जिले में मतपेटियों में आग लगा दी गई है। मतदान अधिकारी भाग गए हैं।” उनसे जब यह पूछा गया कि राज्य चुनाव आयोग कहा है, उन्होंने कहा, “’अदालत के आदेश के बावजूद राज्य चुनाव आयोग पूरी तरह विफल रहा है।”
भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया, “मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को शर्म आनी चाहिए। राज्य में लोकतंत्र गायब हो गया है और यह भारत के चुनावी इतिहास का एक काला अध्याय है। राज्य चुनाव आयोग अदालत के आदेशों के बावजूद केंद्रीय बलों को तैनात करने में विफल रहा है। यह स्वतंत्र चुनाव और लोकतांत्रिक प्रक्रिया का पूरी तरह से मजाक है।यहां तक कि अदालतों के निर्देशों का भी पालन नहीं किया जा रहा है।
एक ओर तो राज्य चुनाव आयोग केंद्रीय बलों को तैनात करने के पक्ष में नहीं है,दूसरी ओर नागरिक स्वयंसेवकों को चुनाव ड्यूटी के लिए तैनात किया गया है। इससे स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार और राज्य चुनाव आयोग ने अदालतों को धोखा दिया है।” उन्होंने सवाल किया कि क्या राज्य चुनाव आयोग चुपचाप तृणमूल गुंडों को बूथ कब्जे की सुविधा दे रहा है।
उन्होंने कहा कि कूचबिहार के फलीमारी में भाजपा के पोलिंग एजेंट माधव विश्वास की हत्या कर दी गई। उन्होंने पूछा, “क्या इसीलिए मुख्यमंत्री ममता केंद्रीय बलों की तैनाती का विरोध कर रही थीं ताकि उनके गुंडों को विपक्षी कार्यकर्ताओं की हत्या करने की खुली छूट मिल सके। तृणमूल केवल हिंसा, हत्या और बूथ पर कब्जे की भाषा जानती है। इन हत्याओं के लिए मुख्यमंत्री और राज्य चुनाव आयोग जिम्मेदार हैं।