ढाई वर्षीय बच्चे की मौत, अस्पताल पर लगा इलाज में लापरवाही का आरोप

मालदा। इलाज के अभाव में ढाई वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया है।  आरोप है कि उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया लेकिन भर्ती नहीं किया गया। घर वापस भेजे जाने पर ढाई साल के बच्चे ने धीरे-धीरे दम तोड़ दिया। बाद में जब उसे वापस अस्पताल ले जाया गया तो ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले को लेकर परिजन अस्पताल के खिलाफ आक्रोश जता रहे हैं। मालदा जिले के हरिश्चंद्रपुर थाना क्षेत्र के हरिश्चंद्रपुर सदर क्षेत्र के रामराय गांव की घटना है।

स्थानीय निवासी माला दास और सुजान दास का ढाई साल का बेटा विष्णु दास की मौत हुई है। माला दास हरिश्चंद्रपुर ग्राम पंचायत की भाजपा पंचायत सदस्य हैं। विष्णु कई दिनों से शारीरिक परेशानी से जूझ रहा था। उनके पेट में सूजन आ रही थी। बुधवार की रात हालत बिगड़ने पर परिजन बेटे को अस्पताल ले गए। ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने उसे देखा और दवा व इंजेक्शन देकर छुट्टी दे दी। परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराने की बात कही लेकिन भर्ती नहीं किया गया। जैसे ही विष्णु को घर ले जाया गया, उसकी शारीरिक स्थिति बिगड़ती चली गई। वह धीरे-धीरे मृत्यु की गोद में सो गया।

जब परिजन दोबारा उसे अस्पताल लेकर गए तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मासूम की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। अस्पताल के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा है। क्षेत्र के लोग भी आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि एक पंचायत जनप्रतिनिधि के बेटे का सही इलाज नहीं हो रहा है तो एक आम आदमी का क्या होना हैं? हरिश्चंद्रपुर ग्रामीण अस्पताल के डॉक्टर सुब्रत चौधरी ने कहा, “जब वे लाए तो मैंने बच्चे को मृत पाया।” मेरे पास वहां करने के लिए और कुछ नहीं था और जब वह पहले लाये थे तो मैं ड्यूटी पर नहीं था इसलिए मैं कुछ नहीं कह सकता।

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