उमेश तिवारी, हावड़ा। Kolkata Desk : चक्रवात याश और गंगा की तेज लहर ने हावड़ा के कई अंचलों को छिन्न-भिन्न करके रख दिया है। इससे पशु-पक्षी भी नहीं बच पाये। शुक्रवार को हावड़ा थानांतर्गत गंगा के किनारे तेलकल घाट व रामकृष्णपुर घाट के बीच एक मृत डॉल्फिन को देखकर हड़कंप मच गया।
इस मृत डॉल्फिन की लम्बाई लगभग 4 से 5 फुट बताई जाती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि गंगा के किनारे जब प्रातः भ्रमणकारी भ्रमण कर रहे थे तभी उन्हें तेज दुर्गंध का एहसास हुआ। लगा जैसे किसी व्यक्ति का शव पड़ा हो लेकिन गंगा के किनारे देखने पर एक डॉल्फिन का शव दिखाई दिया।
स्थानीय युवक मुकेश गुप्ता का कहना कि पिछली रात से ही दुर्गंध आ रहा है। गंगा नदी में पिछले दो दिनों से ज्वार आ रहा है। यह समुद्री जीव है। हो सकता है याश के प्रभाव से इसकी मौत हुई हो और यह बंगाल की खाड़ी से ज्वार के साथ-साथ बह कर आ गया हो।लेकिन भाटा होने के कारण इस डॉल्फिन का शव किनारे लग गया। हमारे भारत में डॉल्फिन गंगा नदी में पाई जाती है लेकिन गंगा नदी में मौजूद डॉल्फिन अब विलुप्ति की कगार पर है।