सिलीगुड़ी। बंगाली कैलेंडर के अनुसार सावन का महीना शुरू हो चुका है। सोमवार को शिव के शीश पर जल चढ़ाने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ने लगी है। सिलीगुड़ी लैगून बागडोगरा जंगलीबाबा मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ देखी गयी। चूंकि मंदिर वन क्षेत्र के अंदर है, इसलिए वन विभाग ने तीर्थयात्रियों को अंदर प्रवेश करने के लिए अच्छी व्यवस्था की है। उधर, विभिन्न गांवों व कस्बों से लोगों की भीड़ मंदिर में उमड़ पड़ी है। पूजा करने के लिए दूर-दूर से लोग आएं हैं। सुबह से ही श्रद्धालु लंबी कतारों में खड़े हैं।
इस मंदिर में 1962 से पूजा की जा रही है। इस मंदिर की मुख्य जिम्मेदारी बेंगडुबी सेना के जवानों की है। वन क्षेत्र होने के कारण इसकी जिम्मेदारी वन विभाग की है। अहम बात यह है कि जंगल के इस क्षेत्र में हाथियों का आवागमन लगा रहता है। इसलिए जगह-जगह वनकर्मियों को तैनात किया गया है। दूसरी ओर, इस साल वन विभाग प्रति व्यक्ति 20 रुपया और बाइक पार्किंग के लिए 20 रुपया ले रहा है। इसे लेकर लोग कई सवाल उठा रहे हैं। यूं तो आम लोगों को मंदिर में प्रवेश के लिए कोई टिकट नहीं देना पड़ता है। क्योंकि ये सेना की जिम्मेदारी है।
हालांकि, वन विभाग प्रवेश के समय टिकट क्यों ले रहा है? इस पर वन विभाग के अधिकारियों की ओर से कोई बयान नहीं आया है। इसके अलावा बागडोगरा पुलिस प्रशासन और ट्रैफिक गार्ड अधिकारी अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। पूजा को देखते हुए मेले का आयोजन किया गया है। मंदिर से करीब एक किलोमीटर दूर एक छोटा सा मेला लगा है। वहीं, विभिन्न संगठनों द्वारा श्रद्धालुओं को खिचड़ी प्रसाद खिलाया जा रहा है।