कोलकाता : बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता बनर्जी सरकार पर राज्य में आतंक का माहौल है। उन्होंने सीधे आरोप लगाया कि प्रदेश में अपराध अपने चरम पर हैं, हालात इमरजेंसी से भी भयानक हैं। राज्यपाल का कहना है कि प्रदेश में डर का ऐसा आलम है कि लोग डर की बातें कहने में भी डरते हैं।’ बंगाल में उद्योग धंधे बंद होते जा रहे हैं। इस समय महिला अपराध चरम पर हैं। मानवाधिकार का इतना उल्लंघन हो रहा है कि मेरा सिर शर्म से झुक जाता है। मैं आधिकारिक आंकड़ों के आधार पर इन मामलों पर ट्वीट करता था। पर बाद में मुझे रेप और किडनैपिंग के आंकड़े देना बंद कर दिए।’
बंगाल के किसानों को पीएम किसान निधि योजना का लाभ न देने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘मैं खुद किसान परिवार से हूं। बंगाल के 70 लाख से ज्यादा किसानों को 10 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। क्योंकि यहां पीएम किसान निधि योजना लागू नहीं की गई। बंगाल में अन्नदाता के पेट पर लात मारी जा रही है। हालात इतने भयानक हैं कि लोग अपनी मर्जी से ईंट और सीमेंट तक नहीं खरीद पा रहे हैं।’
जगदीप धनखड़ ने चक्रवातीय तूफान अम्फान का जिक्र करते हुए कहा, ‘बंगाल में जब अम्फान आया तो उसकी पहले से जानकारी थी। लेकिन कोलकाता में उस तूफान से निपटने के लिए कोई तैयारी नहीं की गई। सात दिनों तक कोलकाता बंद रहा। कोलकाता ने वो सात दिन कभी नहीं देखे।’
धनखड़ ने कहा कि ममता बनर्जी से मीडिया यह पांच सवाल जरूर पूछें- पहला, बंगाल ग्लेाबल समिट के काम कहां चल रहे हैं और किस स्टेज पर हैं, दूसरा सवाल- केंद्र की स्कीमों से इतना नुकसान क्यों हो गया, तीसरा सवाल- आपका सरकारी तंत्र राजनीति से इतना प्रभावित क्यों है कि रिटायर्ड अधिकारी इतनी बड़ी संख्या में सेवा में हैं, चौथा सवाल- मानवाधिकारों के मामले में दस ईंट और आधी बोरी सीमेंट खरीदने का हक क्यों नहीं है, पांचवां सवाल- आपका सिंडिकेट सिंड्रोम इतना जबर्दस्त क्यों है कि गॉडफादर की स्क्रिप्ट तैयार है।