मालदा । आवास योजना में भ्रष्टाचार और वास्तविक हितग्राहियों की सूची में नाम नहीं होने के विरोध में माकपा ने ओल्ड मालदा प्रखंड कार्यालय के सामने धरना दिया। पार्टी की एरिया कमेटी की पहल पर माकपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने गुरुवार की दोपहर प्रखंड कार्यालय के सामने ओल्ड मालदा के साहापुर, महिषबथानी, मंगलबाड़ी, भावुक सहित छह ग्राम पंचायत क्षेत्र के वास्तविक उपभोक्ताओं को साथ लेकर धरना दिया। धरना समाप्त होने पर माकपा की ओर से संबंधित प्रखंड के बीडीओ को ज्ञापन भी सौंपा गया।
सीपीएम के मुताबिक, इस कार्यक्रम में छह क्षेत्रों के कई गरीब लोग प्रधानमंत्री आवास योजना के घरों से वंचित हैं। लेकिन जिनके पक्के मकान हैं उन्हें पैसे के बदले सरकारी मकान मिले हैं। साथ ही विधवा भत्ता, वृद्धावस्था भत्ता विभिन्न योजनाओं से वंचित हैं और प्रदर्शनकारी सीधे सत्ता पक्ष और नौकरशाहों पर उंगली उठा रहे हैं। गुरुवार को वाममोर्चा के कार्यक्रम का नेतृत्व ओल्ड मालदा एरिया कमेटी के सचिव साधन दास ने किया। उन्होंने कहा कि सबसे अधिक भ्रष्टाचार पुराना मालदा प्रखंड में सरकारी आवास योजना में हुआ है।
क्योंकि 2018 के बाद से ओल़्ड मालदा के तीनों क्षेत्रों में किसी भी वास्तविक जरूरतमंद परिवार को आवास योजना का मकान नहीं मिला है। उनके नाम दर्ज नहीं किए गए। यानी पारदर्शी तरीके से किसी को मकान नहीं दिया गया। इस योजना के माध्यम से पक्षपात और भत्ता प्रदान की जा रही है। अंत में, दस लोगों का वाम मोर्चा प्रतिनिधिमंडल ने बीडीओ इरफ़ान हबीब को ज्ञापन पत्र सौंपे। बीडीओ ने आश्वासन दिया कि सभी मुद्दों पर गौर किया जाएगा।