बिहार में आपदा राहत कोष से खर्च की सीमा 25 से बढ़ाकर 35 फीसद : सुशील

पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सोमवार को कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण से लोगों को बचाने के उपायों में तेजी लाने के लिए केंद्र सरकार ने केंद्रीय टीम राज्य में भेजने के साथ ही इस महामारी से निपटने में आपदा राहत कोष से खर्च करने की सीमा 25 से बढ़ाकर 35 फीसद कर दी है। सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट करके कहा कि अब बिहार सरकार कोविड-19 से बचाव और इलाज पर आपदा राहत कोष से 660 करोड़ रुपये खर्च कर सकेगी।

केंद्र ने राहत कोष में अपने हिस्से के योगदान के 708 करोड़ रुपये भी जारी कर दिये हैं। उन्होंने कहा कि आपदा राहत कोष से अब ज्यादा धनराशि पीपीई-किट, पृथक केंद्र, दवा, जांच, वेंटीलेटर आदि पर खर्च होगी। केंद्र से 264 नये वेंटीलेटर मिल रहे हैं। अगले सप्ताह से सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर एंटीजन टेस्ट की सुविधा मिलेगी। पृथक केंद्र में रखे गए मरीजों को अब रोजाना 175 रुपये तक का भोजन मिलेगा।

उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग केवल संक्रमण बढ़ने के आंकड़े देखते हैं, उन्हें संक्रमण से निपटने के प्रयास में तेजी क्यों नहीं दिखती? सुशील कुमार मोदी ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद पर निशाना साधते हुए उनके पुत्र एवं बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव पर कोरोना वायरस संक्रमण के समय लगातार हल्की बयानबाजी करने का आरोप लगाया तथा कहा कि जिन्हें अदालत और चुनाव आयोग तक पर भरोसा नहीं, वे किसी की कोविड-19 की जांच रिपोर्ट को भी खारिज कर सकते हैं।

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