नौकरी के लिए लोगों से रुपये लेने पर दी गयी कड़ी चेतावनी
कूचबिहार । कूचबिहार नगरपालिका के चेयरमैन रवींद्रनाथ घोष और कूचबिहार जिला प्राथमिक विद्यालय परिषद की पूर्व अध्यक्ष कल्याणी पोद्दार के खिलाफ कूचबिहार शहर में पोस्टर के माध्यम से लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे लेने को लेकर चेतावनी दी गयी है। कूचबिहार के गुमनाम लोगों के नाम पर यह पोस्टर कूचबिहार शहर में लगाए गए हैं। पोस्टर में लिखा है कि नौकरी के नाम पर रवींद्रनाथ घोष और कल्याणी ने खूब पैसे लिए हैं। उस पैसे का एक हिस्सा कोलकाता गया है। अब समय आ गया है कि उनके घरों को घेर लिया जाए और उनकी पीठ की चमड़ी उधेड़ ली जाए इस पोस्टर को लेकर सुबह से ही सियासी कयासबाजी शुरू हो गई है।
हालांकि रवींद्रनाथ घोष का दावा है कि यह बीजेपी की साजिश हैं। कूचबिहार नगरपालिका के अध्यक्ष रवींद्रनाथ घोष ने कहा, “मुझे नहीं पता कि यह किसने किया है। अगर किसी में हिम्मत है तो उन्हें आगे आकर यह आरोप लगाने चाहिए।” यह बात सामने आई है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निशीथ प्रामाणिक के पिता का नाम प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची में है। बीजेपी उस घटना का मुकाबला नहीं कर पा रही है इसलिए उसने हमें बदनाम करने के लिए इस तरह के गंदे खेल का सहारा लिया है।
कूचबिहार जिला भाजपा अध्यक्ष सुकुमार रॉय ने कहा कि सभी जानते हैं कि रवींद्रनाथ घोष और कल्याणी पोद्दार ने नौकरी के नाम पर कई लोगों से पैसे लिए। लेकिन अभी तक लोगों में कुछ कहने की हिम्मत नहीं थी। भाजपा धीरे-धीरे मजबूत हो रही है इसलिए लोगों में अब बोलने की हिम्मत आ रही है। नौकरी के नाम पर पैसे लेने वाले कई राज्य स्तरीय तृणमूल नेता पहले से ही जेल में हैं। उन राज्य स्तरीय नेताओं को पैसा देने वाले आज भी बाहर घूम रहे हैं। अगर ये नेता आम जनता का पैसा नहीं लौटाएंगे तो ये नेता भविष्य में बाहर नहीं जा पाएंगे। आम लोग इन नेताओं को सड़कों पर जहां भी पाएंगे, घेर लेंगे और उनसे पैसे वसूलेंगे।