कोलकाता। पश्चिम बंगाल में नवनियुक्त राज्यपाल डॉक्टर सीवी आनंद बोस से भी राज्य सरकार का टकराव शुरू हो गया है। विश्वविद्यालयों में उनके दौरे को लेकर शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु की आपत्ति के बाद राज्यपाल ने सीधे तौर पर राज्य के सभी विश्वविद्यालयों को एक पत्र भेजा है। इसमें विश्वविद्यालयों में मौजूद वरिष्ठ प्रोफेसरों की सूची मांगी है। सूत्रों का कहना है कि राज्यपाल राज्य भर के विश्वविद्यालयों के वरिष्ठ प्रोफेसरों का डेटाबेस बनाना चाहते हैं। इसलिए राज्यपाल ने राज्य के प्रत्येक विश्वविद्यालय से पांच वरिष्ठ प्राध्यापकों की सूची बनानी है।
इस बीच, सूत्रों ने बताया कि राजभवन से सभी कुलपतियों को ई-मेल के जरिये उनका नाम भेजने को कहा गया है। राजभवन से ई-मेल मिलने के बाद विश्वविद्यालय के कई कुलपतियों ने उच्च शिक्षा विभाग की राय मांगी है। मामला शिक्षा मंत्री के संज्ञान में आया है। हालांकि, शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने मीडिया से कहा, ”हमें इस मामले की जानकारी नहीं है।”
उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के कुलपतियों को बैठक के लिए बुलाया था जिसे लेकर शिक्षा मंत्री ने आपत्ति जताई थी। इसके अलावा वह विश्वविद्यालयों का दौरा कर रहे हैं और यहां खर्च का हिसाब भी मांगा था जिस पर भी मंत्री ने सवाल खड़े किए थे। अब जबकि उन्होंने सूची मांगी है तो माना जा रहा है कि नए सिरे से टकराव बढ़ेगा।