करीमनगर (तेलंगाना)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भविष्यवाणी की कि तेलंगाना में कांग्रेस की लहर होगी और पार्टी सत्ता में आएगी।राज्य में विजयभेरी यात्रा के हिस्से के रूप में कई बैठकों को संबोधित करते हुए, उन्होंने विश्वास जताया कि कांग्रेस अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करेगी। उन्होंने कहा, “इसे लिख लें। कांग्रेस तेलंगाना में सत्ता में आ रही है।” उन्होंने दोहराया कि सत्ता में आने के बाद वह राज्य में जाति जनगणना कराएगी।उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि वह तेलंगाना के लिए हमेशा उपलब्ध रहेंगे।
उन्होंने कहा जब भी तेलंगाना को राहुल गांधी की जरूरत होगी, वह यहां होंगे। आपका सिपाही दिल्ली में बैठा है और जब भी आपको मेरी जरूरत होगी, वह आ जाएंगे।भूपालपल्ली, पेद्दापल्ली और करीमनगर जिलों में जनसभाओं और नुक्कड़ सभाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि तेलंगाना के साथ उनका रिश्ता राजनीतिक नहीं बल्कि पारिवारिक और प्रेम का है, जैसे जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी का राज्य के साथ रिश्ता था।
कांग्रेस सांसद ने याद दिलाया कि वह सोनिया गांधी ही थीं जिन्होंने यह जानते हुए भी तेलंगाना का गठन किया कि इससे कांग्रेस को राजनीतिक नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि उन्होंने तेलंगाना के गरीबों, किसानों और श्रमिकों के लिए ऐसा किया।राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पिछले 10 साल में मुख्यमंत्री केसीआर ने तेलंगाना के लोगों के सपनों को चकनाचूर कर दिया।
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव ‘दोराला तेलंगाना और प्रजाला तेलंगाना’ (सामंतों का तेलंगाना और लोगों का तेलंगाना) के बीच लड़ाई होगी। केसीआर और उनके परिवार के सदस्य भूमि, रेत और शराब से संबंधित सभी प्रमुख विभागों को नियंत्रित करते हैं। आपके मुख्यमंत्री राजा की तरह काम करते हैं, मुख्यमंत्री की तरह नहीं।”उन्होंने आरोप लगाया कि केसीआर ने कालेश्वरम परियोजना की लागत एक लाख करोड़ रुपये से अधिक बढ़ा दी और लोगों की जमीनें छीन लीं।उन्होंने कहा, “इस परियोजना से केवल बड़े ठेकेदारों को फायदा हुआ जो केसीआर के मित्र हैं।”
कांग्रेस सांसद ने आरोप लगाया कि बीआरएस सरकार ने भूमि रिकॉर्ड में बदलाव करके धरणी पोर्टल के नाम पर जमीनें भी छीन लीं और दलितों और आदिवासियों को जमीन देने के वादे को पूरा करने में विफल रहने के लिए केसीआर की आलोचना की।उन्होंने कहा कि लोगों को डबल बेडरूम वाले घर नहीं मिले जबकि किसानों का कर्ज माफ नहीं किया गया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि रायथु बंधु योजना से केवल बड़े जमींदारों को फायदा हुआ।