कोलकाता। देश भर में कांग्रेस को झटका देने के आरोपों पर ममता बनर्जी ने करारा जवाब दिया है। बुधवार को उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस पार्टी बंगाल में चुनाव लड़ सकती है तो फिर टीएमसी गोवा में क्यों नहीं लड़ सकती। त्रिपुरा के निकाय चुनावों में उतरने के बाद ममता बनर्जी अब गोवा विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं। ममता बनर्जी ने मुंबई में सिविल सोसायटी की मीटिंग में कहा, ‘मैं भाजपा को राजनीतिक तौर पर इस देश से बाहर देखना चाहती हूं। यदि कांग्रेस बंगाल में लड़ सकती है तो फिर मैं गोवा में क्यों नहीं लड़ सकती?’
बंगाल की सीएम ने कहा कि आपको भाजपा के खिलाफ मैदान में रहना होगा और लड़ना होगा वरना वह आपको बाहर फेंक देगी। ममता बनर्जी ने भाजपा के खिलाफ सभी क्षेत्रीय दलों से एक होने की अपील करते हुए कहा, ‘यदि सभी क्षेत्रीय दल साथ आ जाते हैं तो फिर भाजपा को हराना आसान होगा। मुझे बंगाल से बाहर निकलना होगा। यदि बंगाल में अच्छा काम हो रहा है तो फिर दूसरे राज्यों में क्यों नहीं होना चाहिए।’
फिलहाल ममता बनर्जी महाराष्ट्र में हैं, जहां वह आदित्य ठाकरे, संजय राउत के बाद एनसीपी के मुखिया शरद पवार से मुलाकात करने वाली हैं। भाजपा की केंद्र सरकार की ओर से कृषि कानूनों को वापस लेने और डीजल एवं पेट्रोल की कीमतें कम किए जाने को बनर्जी ने चुनावी स्टंट करार दिया। ममता ने कहा कि चुनाव नजदीक आने पर पीएम नरेंद्र मोदी डर गए हैं। इसलिए उन्होंने पेट्रोल और डीजल के दाम में कमी की है, जबकि इससे पहले लगातार बढ़ रहे थे।
इसी तरह उन्होंने कृषि कानूनों को भी वापस ले लिया है। उन्होंने कहा कि नेताओं की यह आदत होती है कि वे बात ज्यादा करते हैं और काम करते हैं। मेरी नीति अलग है, मुझे बातें करना कम पसंद है और काम करना ज्यादा पसंद है। बता दें कि ममता बनर्जी देश भर में नए नेताओं को अपनी पार्टी के साथ जोड़ रही हैं। असम, त्रिपुरा, बिहार, यूपी, गोवा से लेकर हरियाणा तक में टीएमसी ने कांग्रेस के नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल किया है।