साहित्यडीपी सिंह की रचनाएं Posted on June 5, 2021June 5, 2021 by admin पर्वत, प्रकृति, गंगा, गीता, इनके प्रति सम्मान कहाँ है दादा-दादी काका-काकी का सिर पर वरदान कहाँ है घर ही क्यों? खुद को भी हमने यूँ सीमाओं में कैद किया खुशियाँ भीतर झाँक सकें जो, अब वो रौशनदान कहाँ है? टीकाकरण प्रमाण पत्र में अब पीएम मोदी नहीं बल्कि सीएम ममता बनर्जी की दिखेगी तस्वीर भारत में प्रौद्योगिकी कंपनियों के कार्बन उत्सर्जन में 85 प्रतिशत की गिरावट