कोलकाता। बीरभूम जिले में भड़की हिंसा की जांच के लिए सीआईडी की टीम पश्चिम बंगाल पहुंच गई है। बीरभूम में रामपुरहाट थाना क्षेत्र के बोगतुई गांव में घर में कैद कर लोगों को आग के हवाले कर दिया गया। मंगलवार को हुए इस वीभत्स कांड में मरने वालों की तादाद 7 से 10 के बीच में बताई जा रही है। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस के एक नेता की हत्या का बदला लेने के लिए घरों को आग लगा दी गई। यह सारा बवाल सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नियंत्रित बरशाल ग्राम पंचायत के उप प्रमुख भादू शेख की हत्या के बाद का है।
अज्ञात हमलावरों ने सोमवार को बीरभूम के रामपुरहाट में टीएमसी के पंचायत नेता शेख पर देसी बम फेंक दिया था। इस घटना में उनकी जान चली गई थी। इसके बाद वहां माहौल एक दम से काफी बिगड़ गया। शेख बोगतुई के रहने वाले थे। त्रिपाठी ने कहा कि केवल फोरेंसिक जांच ही आग के कारणों का पता लगा सकती है। उन्होंने कहा कि एक घर से सात शव मिले। इन्हें पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। मामले की जांच से पहले मैं और कुछ नहीं कह सकता।
अपराध जांच विभाग (सीआईडी) की टीम मौके पर पहुंच गई है। माना जा रहा है सीआईडी जांच का जिम्मा संभालेगी। मंत्री फिरहाद हाकिम और टीएमसी विधायक आशीष बनर्जी भी मौके पर पहुंचे।प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया था कि मोटरसाइकिल पर सवार चार नकाबपोशों ने शेख पर हमला किया था। स्थानीय अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया। यह हमला सत्तारूढ़ दल के दो गुटों के बीच प्रतिद्वंद्विता का नतीजा था। हत्या के बाद कई घरों में तोड़फोड़ भी की गई।