चिल्ड्रन्स बुक ट्रस्ट ने अपना ध्यान ‘लुक ईस्ट पॉलिसी’ पर केंद्रित किया

• ट्रस्ट के आंतरिक सर्वेक्षण से पता चलता है कि पूर्वी और उत्तर पूर्वी भारत में माता-पिता और उनके बच्चे अभी भी किताबें खरीदने और पढ़ने के इच्छुक हैं
• अपनी ‘लुक ईस्ट पॉलिसी’ को ध्यान में रखते हुए, चिल्ड्रन्स बुक ट्रस्ट ने वर्ष की शुरुआत आसनसोल बुक फेयर में भाग लेकर की, उसके बाद अंतर्राष्ट्रीय कोलकाता बुक फेयर में भाग लिया और फिर नई दिल्ली वर्ल्ड बुक फेयर में भाग लेगा

कोलकाता, 29 जनवरी 2025: चिल्ड्रन्स बुक ट्रस्ट (www.childrensbooktrust.com) नई दिल्ली स्थित बच्चों की किताबों के लिए अग्रणी भारतीय प्रकाशक है और पिछले 68 वर्षों से लगातार विकास के नए क्षेत्र और नए अवसर तलाश रहा है। अपनी ‘लुक ईस्ट पॉलिसी’ के तहत, इसने एक आक्रामक मार्केटिंग कैंपेन शुरू किया है, जिसका फोकस पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, मेघालय और असम सहित पूर्वी और उत्तर पूर्वी राज्यों पर है, जहां इसके आंतरिक सर्वेक्षण से पता चलता है कि इन राज्यों में माता-पिता और उनके बच्चे अभी भी किताबें खरीदने और पढ़ने के इच्छुक हैं।

इस वर्ष, चिल्ड्रन्स बुक ट्रस्ट (सीबीटी) ने पश्चिम बंगाल के दूसरे सबसे अधिक आबादी वाले शहर आसनसोल में आसनसोल बुक फेयर के 41वें संस्करण में पहली बार भाग लेकर वर्ष की शुरुआत की और इसके बाद 28 जनवरी से 9 फरवरी, 2025 तक 48वें अंतर्राष्ट्रीय कोलकाता बुक फेयर में भाग ले रहा है। ट्रस्ट 1 से 9 फरवरी, 2025 तक 52वें नई दिल्ली वर्ल्ड बुक फेयर में भी भाग लेगा।

सीबीटी के अधिकारी पूर्वी और उत्तर पूर्वी भारत के लिए अपनी विकास योजनाओं के बारे में मीडिया को संबोधित करने के लिए कोलकाता प्रेस क्लब में मौजूद थे। चिल्ड्रन्स बुक ट्रस्ट के ट्रस्टी रोबिंदर नाथ सचदेवा और चिल्ड्रन्स बुक ट्रस्ट की लीड स्ट्रैटेजिस्ट, कंटेंट, कम्युनिकेशंस और प्रमोशन, राना सिद्दीकी जमान ने अपने नए मार्केटिंग अभियान की मुख्य बातें साझा की और बताया कि इसके क्या अपेक्षित परिणाम होंगे।

चिल्ड्रन्स बुक ट्रस्ट के ट्रस्टी रोबिंदर नाथ सचदेवा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “यहाँ मेलों में मिली उत्साहपूर्ण प्रतिक्रिया को देखते हुए और हमारे आंतरिक सर्वेक्षण के आधार पर, सीबीटी प्रमुख पूर्वी भारतीय शहरों में चिल्ड्रन्स फन ज़ोन्स के रूप में डिजाइन किए गए बुक स्टोर खोलने पर विचार कर रहा है, जहाँ बच्चों के लिए मनोरंजक गतिविधियाँ होंगी। इसका उद्देश्य बच्चों को मोबाइल फोन के अत्यधिक उपयोग से दूर रखना और उन्हें अच्छी पुस्तकों से जोड़ना है जो भारतीय सांस्कृतिक और नैतिक मूल्यों के साथ-साथ शारीरिक खेलों और मनोरंजक गतिविधियों का प्रतिनिधित्व करती हैं।”

सीबीटी पूर्वी और उत्तर पूर्वी भारत के पुस्तकालयों और स्कूलों तक पहुंचने के अपने प्रयासों पर भी जोड़ देने जा रहा है, ताकि बच्चों और उनकी पुस्तकों को एक-दूसरे के करीब लाया जा सके और उनकी पुस्तकों को नए और अभिनव तरीकों से प्रस्तुत किया जा सके।

किशोर लाल, अध्यक्ष, चिल्ड्रन्स बुक ट्रस्ट कहते हैं, “हमें बच्चों को पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की स्क्रीन से दूर रखने और अच्छी किताबें पढ़ने की ओर वापस लाने में मदद करने की जरूरत है। किताबें आम तौर पर युवा मन में खोजबीन की गहरी भावना और जीवन और जीने के प्रति एक स्वस्थ, प्रगतिशील दृष्टिकोण पैदा करती हैं।” उन्होंने आगे कहा, “हमने कम आय वर्ग के लोगों के लिए इसे वहनीय बनाए रखने के लिए काफी समय से अपनी किताबों की कीमतें नहीं बढ़ाई हैं। हम एक गैर-लाभकारी ट्रस्ट हैं और हमारा उद्देश्य बहुत ज़्यादा मुनाफा कमाना नहीं है, बल्कि अच्छी किताबों के साथ बड़े होने के लाभों के बारे में जागरूकता फैलाना है।”

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