कूनो नेशनल पार्क में कुपोषण से मरे थे चीता के शावक

भोपाल। द टेलीग्राफ़ की एक रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चीता के तीन शावकों की मौत के पीछे भूख और भीषण गर्मी को वजह माना जा रहा है। अखबार ने विशेषज्ञों के हवाले से बताया है कि पार्क में चीता के तीन शावकों की मौत भूख की वजह से हुई है। बढ़ती गर्मी ने उनके लिए हालात और मुश्किल कर दिए। विशेषज्ञों ने ये तर्क उस जानकारी के आधार पर दिया है, जिसे अभी तक भारतीय वन्यजीव प्राधिकरण ने जारी नहीं किया है।

एक शोधकर्ता ने अखबार को बताया है कि शावकों के शरीर के वजन और कुपोषित अवस्था से संकेत मिलता है कि 23 मई को मौत से पहले दस दिनों तक उन्होंने पर्याप्त भोजन नहीं लिया था। नामीबिया से आई एक चीता से पैदा हुए चार शावकों में से इन तीनों शावकों की मौत 23 मई को हुई थी।

चौथा शावक फिलहाल डॉक्टरों कि निगरानी में है और उसका वज़न बढ़ रहा है। इस शावक को उसकी मां से जल्द ही मिला दिया जाएगा। वन्यजीव अधिकारियों का मानना है कि चीता के शावकों की मौत गर्मी, कुपोषण और डीहाइड्रेशन की वजह से हुई है।

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