जयपुर। वर्तमान दौर में अभिभावकों की सबसे बड़ी चिंताओं में से एक है बच्चों का डिजिटल स्क्रीन जैसे मोबाइल, टीवी और लैपटॉप आदि से चिपके रहना। इसका मूल कारण माता-पिता की व्यस्त जीवनशैली, आस-पास समान उम्र के बच्चों की कमी और उन गतिविधियों की कमी है जो उन्हें मज़ेदार तरीके से व्यस्त रख सकें। चैंपियंस स्टूडियो के संस्थापक सोनम जालान ने बताया कि माता-पिता के रूप में, हम प्रौद्योगिकी के महत्व को समझते हैं, लेकिन हम वास्तविक जीवन के अनुभवों की आवश्यकता को भी पहचानते हैं।
चैंपियंस स्टूडियो में हमने बच्चों के लिए एक ऐसी जगह की विकसित की हैं जहाँ वे मनोरंजन कर सकें, सीख सकें और दूसरे बच्चों से मेलजोल बढ़ा सकें। हम बच्चों को उनकी जैसी सोच वाले लोगों और बच्चों के बीच रखना चाहते है और उन्हें प्रीमियम बुनियादी सुविधाएं और कोच देना चाहते हैं जो उनके बचपन का सही तरीके से पोषण कर सकें। उपलब्ध मौजूदा सुविधाएं विभिन्न सामाजिक तत्वों, बुनियादी ढांचे, प्रशिक्षकों की कमी के कारण उबाऊ हैं और बच्चे लंबे समय तक केवल एक ही काम करने से ऊब जाते हैं (उनकी ध्यान अवधि कम होती है)।
चैंपियन स्टूडियो, सी-स्कीम जयपुर में स्थित 7000 वर्ग फुट में स्थित अत्याधुनिक सुविधा युक्त क्लब है, जिसे बच्चों की जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। आकर्षक गतिविधियों से लेकर विशेष कार्यक्रमों और बच्चों के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए आयोजनों तक, स्टूडियो का लक्ष्य बच्चों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करना है जो उन्हें शारीरिक गतिविधि के लिए प्रोत्साहित करे साथ ही उनके रचनात्मकता और व्यक्तिगत विकास को बढ़ावा दे। यहां अनुभवी प्रशिक्षकों की एक समर्पित टीम के साथ प्रत्येक बच्चे को उनकी अपनी क्षमताओं और नए शौक को जानने का अवसर मिलेगा।
सोनल जालान ने कहा कि हमारा मिशन बच्चों को उनके गैजेट्स से दूर खुले मैदानों में ले जाना है, जहां वे दौड़ सकें, कूद सकें, सीख सकें और विकसित हो सकें। एक मां और उद्यमी के रूप में, मेरा दृढ़ विश्वास है कि चैंपियन स्टूडियो से न केवल मेरे अपने बच्चों को लाभ होगा बल्कि अनगिनत अन्य लोगों को भी लाभ होगा जो सक्रिय तौर पर कुछ सीखने और सार्थक संबंधों की खुशी का अनुभव करना चाहते हैं। चैंपियन स्टूडियो का भव्य लॉन्च कार्यक्रम शनिवार, 1 जुलाई को चौमू सर्कल, सी-स्कीम, जयपुर (स्टारबक्स के निकट) हुआ। अनेक माता-पिता और परिवार इस कार्यक्रम में शामिल हुए और बच्चों के विकास की नई शुरुआत होते देखी।