उद्योग भी बचाना है! मांगे भी मनवानी है !!
तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : कोरोना काल में श्रमिकों के सामने दोहरी चुनौती है ।
अचानक ऐसा क्या हुआ कि आंदोलन कर रहे 35 हजार स्टेशन मास्टर खुश हो गए !!
तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : मांगों को लेकर विगत ७ अक्टूबर से आंदोलनरत देश के
दुनिया में सब कुछ है नाशवान ! बस अजर -अमर है सत्कर्म !!
तारकेश कुमार ओझा , खड़गपुर : दुनिया में कुछ भी निश्चित नहीं है । सब
5 सूत्रीय मांगों को लेकर उ.प्र.अपना व्यापार मंडल ने किया डिवीजनल विद्युत कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन
दुर्गेश चन्द्र शुक्ला : प्रदेश में लगातार चरमरा रही विद्युत व्यवस्था एवं आम लोगों को
ठेकेदार मजदूर भूखा क्यों ? रेलवे प्रशासन जवाब दो !!
तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : ठेकेदार मजदूर भूखे क्यों ? रेलवे प्रशासन जवाब दो ।
स्वहित की सोचें! राष्ट्र हित को मानें सर्वोपरि!!
तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : कामगारों को अपने हित के बारे में सोचने का पूरा
स्कूल टीचर हो या स्टेशन मास्टर! प्राथमिक चिकित्सा की जानकारी सब के लिए जरूरी !!
तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक हों या रेलवे स्टेशन मास्टर्स
खड़गपुर : दांतन में गूंजा नारा…! होश में आओ सरकार !!
तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : खड़गपुर तहसील के दांतन में सरकार की कथित जन विरोधी
साफगोई और सादगी की मिसाल थे स्व. कामरेड गुरुदास दासगुप्ता!!
तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के दिग्गज नेता व पूर्व सांसद स्व
पांव जमीन पे! लेकिन निगाहें आसमान पर!!
तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : खड़गपुर नगरपालिका वार्ड सात के श्री कृष्णपुर स्कूल मैदान में