डीपी सिंह की कुण्डलिया
कुण्डलिया हिन्दी में जो हेय था, इंग्लिश देती मान अब रखैल को मिल रहा, लिव-इन
कलकत्ता गर्ल्स कॉलेज में ‘सतर्कता जागरूकता सप्ताह’ पर परिचर्चा
कोलकाता। भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए खुद सजग रहकर अपना कर्त्तव्य निभाना आवश्यक है।
पत्रिका “पुण्यिपुकुर” के नए अंक का लोकार्पण
तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर । हिंदू लोक कथाओं के समृद्ध विषयों में से एक को
व्यंग्य: कुछ याद उन्हें भी कर लो।
श्रद्धासुमन पांच सौ और हज़ार के नोटों को ।। आपने किसी को फांसी की सज़ा
मैहर कवि सम्मेलन में देर रात तक गूंजती रही ‘वाह-वाह’ की गूंज
मैहर । माँ शारदे की अनुकम्पा से सफलता के शिखरों को छूता हुआ मैहर कवि
संत गुरूनानक देव जयंती समारोह पुस्तक विमोचन एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन
उज्जैन । राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना एवं ट्रू मीडिया प्रकाशन का संयुक्त आयोजन दिनांक 8 नवम्बर
हिंदी के प्रख्यात आलोचक मैनेजर पाण्डेय नहीं रहे
नयी दिल्ली। हिंदी के प्रख्यात आलोचक एवं जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में भारतीय भाषा केंद्र के
डीपी सिंह की रचनाएं
प्रकृति बिना कैसी प्रगति? डीपी सिंह धुन्ध-धुएँ से हो रहा, आच्छादित आकाश। इस पिशाच के
मेदिनीपुर : आलपथ उत्सव में लोकार्पित हुआ छह कवियों का कविता संग्रह
तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर । ‘होवाकल’ प्रकाशक नई पीढ़ी के कवियों को खोज कर प्रकाश
आमार जेला मेदिनीपुर : पुस्तक का नवीनतम संस्करण प्रकाशित
तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर । ‘आमार जेला मेदिनीपुर’ पुस्तक का नवीनतम संस्करण प्रकाशित हो गया