आर.बी. दास की कविता : कर्म क्या है
।।कर्म क्या है।। आर. बी. दास एक दिन हम सब को ऐसे सफर पर जाना
राजीव कुमार झा की कविता : प्रेम का रंग
।।प्रेम का रंग।। राजीव कुमार झा जिंदगी की लहरों में तुम्हारे मन का संगीत सदा
गजल संग्रह पयामें ज़ीस्त का लोकार्पण
बरेली। शायर विनय सागर जायसवाल के गजल संग्रह पयामे-ज़ीस्त का लोकार्पण एवं सम्मान समारोह का
डॉ. आर.बी. दास की कविता : महादेव
।।महादेव।। डॉ. आर.बी. दास जो अपने लिए जीते है, पशु कहलाते, जो अपने साथी के
कथाकुंज के तत्वावधान मे राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन
कोलकाता। “कथाकुंज साहित्य सेवा परिषद” व “इको सिटी, कोलकाता” के संयुक्त तत्वावधान में, 3 मार्च
डॉ. आर.बी. दास की कविता : कोशिश न कर
।।कोशिश न कर।। डॉ. आर.बी. दास जिंदगी को जी उसे समझने की कोशिश न कर,
राजीव कुमार झा की कविता : महफिल
।।महफिल।। राजीव कुमार झा नदी के किनारे प्यार का आंचल लहराता नीला आकाश तुम्हारे कदमों
सांस्कृतिक विरासत की धरोहर नैहाटी : प्रो. विजय कुमार भारती
नैहाटी, उत्तर चौबीस परगना। उमा फाउंडेशन, नैहाटी एवं हिंदी विश्वविद्यालय, हावड़ा के संयुक्त तत्वावधान में
डॉ. आर.बी. दास की कविता : कुछ रिश्ते
।।कुछ रिश्ते।। डॉ. आर.बी. दास कुछ रिश्ते सबसे अपने होते हैं, ना मांगते हैं कुछ
भारतीय ज्ञान परंपरा के विविध संदर्भ पर हुई दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला संपन्न
वनस्पति विज्ञान का प्रचलन भारत में वैदिक काल से, विश्व के प्रथम विनस्पति शास्त्री, और