सुधीर सिंह की कविता
लूट लेता है सब कुछ शहर लौट के कुछ नही आता है अजीबो सा है
विश्व सामाजिक न्याय दिवस की पूर्व संध्या पर कवि-गोष्ठी एवं सम्मान समारोह का आयोजन
बरेली 19 फरवरी। समाज में फैली भेदभाव और असमानता की वजह से कई बार स्थिति
डीपी सिंह की रचनाएं
।।चुनावी मधुशाला।। लॉबी पाँच सितारा वाली, कमरा है एसी वाला बैठे गोरी चमड़ी वाले, दिल
डीपी सिंह की कुण्डलिया
पीएम पद पर बँट गया, सैंतालिस में देश दिल्ली के मालिक करें, वही नमूना पेश
प्रेम के धरातल पर स्त्रीत्व एवं पुरुषत्व
।।प्रेम के धरातल पर स्त्रीत्व एवं पुरुषत्व।। प्रफुल्ल सिंह “बेचैन कलम”, लखनऊ । प्रेमी का
डीपी सिंह की रचनाएं
न्याय व्यवस्था देश की, बिल्कुल ही है भिन्न तय उत्तर पहले करें, तदनुसार हल भिन्न
भोजपुरी होली – करे ले ठिठोली रे कान्हा
भोजपुरी होली – करे ले ठिठोली रे कान्हा करेले ठीठोली रे कान्हा कदमिया पर चढ़ी
हिंदी कविता के उत्सव पुरुष हैं नरेश मेहता : राजेश जोशी
कोलकाता 15 फरवरी, 2022, हिंदी विभाग, खुदीराम बोस सेंट्रल कॉलेज द्वारा नरेश मेहता के जन्मशताब्दी
राष्ट्रीय महिला दिवस पर राष्ट्रीय कवि संगम उत्तर कोलकाता का भव्य कार्यक्रम
कोलकाता । राष्ट्रीय महिला दिवस पर राष्ट्रीय कवि संगम की उत्तर कोलकाता इकाई के द्वारा
मुल्क मंजरी भगवत पटेल की कविता
मुल्क मंजरी भगवत पटेल आया है ऋतुराज वसंत लेकर हर्षोल्लास अनंत। इतराती है धरा सुहानी,