कोलकाता। शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार को लेकर सीबीआई जांच का आदेश लगातार देने वाले कलकत्ता हाई कोर्ट के बहुचर्चित न्यायाधीश न्यायमूर्ति अभिजीत गांगुली ने शनिवार को कहा है कि उनका काम करने का तरीका अलग है। सिलीगुड़ी में एक निजी लॉ कॉलेज के सातवें यूथ पार्लियामेंट में शामिल होने पहुंचे न्यायमूर्ति गांगुली ने उक्त बात कही हैं। उन्होंने कहा कि गरीबों को न्याय मिले और उनका अधिकार उन्हें हर हाल में मिल जाए यह सुनिश्चित करना मेरा कर्तव्य है।गरीब लोग आसानी से हाईकोर्ट नहीं पहुंच पाते हैं इसीलिए उन तक न्याय पहुंचाना ही मेरा लक्ष्य है।
इधर जैसे ही पता चला कि न्यायाधीश गांगुली सिलीगुड़ी आए हैं तो वहां नौकरी से वंचित छात्रों का एक समूह उनसे मिलने जा पहुंचा। समय निकालकर न्यायाधीश ने उनसे मुलाकात भी की। उनसे बातचीत भी की है। एक अभ्यर्थी ने बताया है कि 2022 में सिलीगुड़ी गया गंगा चा बागान सेंट पीटर हाई स्कूल में हिंदी शिक्षक के तौर पर मेरिट लिस्ट में उनका नाम पहले नंबर पर था।
उन्हें छोड़कर जो दूसरे स्थान पर था उसे नियुक्त कर दिया गया। हाईकोर्ट में इससे संबंधित मामला लंबित है। इस बारे में शनिवार को उन्होंने न्यायाधीश गांगुली को भी जानकारी दी है। न्यायाधीश ने उन्हें सलाह दी है कि उच्च शिक्षक नियुक्ति का मामला न्यायाधीश विश्वजीत बसु की पीठ में चल रहा है इसलिए अधिवक्ता के जरिए वहां अपनी बात रखें।