चेन्नई। चक्रवाती तूफान मांडूस शनिवार को तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से करीब 55 किलोमीटर दूर स्थित मामल्लापुरम के पास तट को पार कर गया, जिससे चेन्नई और उसके आसपास अलग अलग वर्षाजनित घटनाओं में एक ही परिवार के दो लोगों सहित पांच की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि बिजली की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हो गई। वहीं एक तेज हवा के कारण खिड़की का कांच टूट कर सूचना-प्रौद्योगिकी (आईटी) के कर्मचारी के पेट में जा धंसा, जिसके कारण उसकी मौत हो गयी।

पुलिस ने बताया कि 42 वर्षीय महिला और उसके भतीजे की करंट लगने से मौत हो गई। ये दोनों तेज हवाओं के कारण टूट गिरी बिजली की तार के चपेट में आ गए। ये दोनों एक झोपड़ी में रह रहे थे लेकिन भारी बारिश के मद्देनजर दोनों मदिपक्कम के राम नगर इलाके में एक शेड में सोने के लिए जा रहे थे। इसी दौरान वे बिजली की तार की चपेट में आ गए और उनकी मृत्यु हो गई।

घटना के तुरंत बाद इलाके की बिजली काट दी गई। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए क्रोमपेट के सरकारी अस्पताल भेज दिया। श्रीपेरंबदूर से प्राप्त एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक बिहार के निवासी एवं एक निजी औद्योगिक इकाई में काम करने वाले दो लोगों की बिजली की चपेट में आने से मौत हो गयी। दोनों ड्यूटी समाप्त करने के बाद कल रात अपने ठहरने के स्थान पर लौट रहे थे। इसी दौरान वे एक टूटे हुए तार के संपर्क में आ गए और उनकी मृत्यु हो गई।

मृतकों की पहचान निरंजन कुमार (22) और सुगन कुमार (24) के रूप में हुई है। एक अन्य घटना में आईटी फर्म में विजय कुमार नामक कर्मचारी नाइट ड्यूटी में था। सात लगभग 22.30 बजे, तेज हवाओं के कारण कांच की एक लंबी खिड़की खुल गया। इसके बाद विजय कुमार अपनी सीट से उठा और खिड़की बंद करने की कोशिश करने लगा। इसी दौरान तेज हवाओं के कारण कांच की खिड़की के शीशे टूट कर उके पेट में जा घंसा। देर रात तक किसी के उपस्थित नहीं होने के कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

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