कोरोना में ही उपचुनाव! प्रदेश भाजपा की बैठक में अध्यक्ष दिलीप घोष का इशारा

Kolkata Desk : कोरोना में ही उपचुनाव होंगे! प्रदेश भाजपा की बैठक में अध्यक्ष दिलीप घोष का इशारा। निगम चुनाओं से पहले ही उपचुनाव होंगे, इसे ही सोच कर प्रदेश भाजपा आगे बढ़ने की कोशिश कर रही है।प्रदेश भाजपा ने अध्यक्ष दिलीप घोष के कयासों को ध्यान में रखते हुए उपचुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। सूत्रों ने बताया कि दिलीप घोष ने यह निर्देश भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में दिए।

उल्लेखनीय है कि सायंतन बसु ने मीडिया से कहा था कि भाजपा अभी उपचुनाव नहीं चाहती है। हालांकि आज दिलीप घोष के निर्देश से साफ है कि निर्धारित 6 माह के भीतर उपचुनाव हो सकते हैं। इसी संभावना को ध्यान में रखते हुए प्रदेश भाजपा आगे बढ़ रही है, साथ ही उन्हें उपचुनाव से कोई आपत्ति नहीं है।

बीजेपी निगम चुनाओं से पहले उपचुनाव की तैयारी शुरू करना चाहती है। सूत्रों के मुताबिक दिलीप घोष ने मंगलवार को कार्यसमिति की बैठक में निर्देश दिया, ‘आपको निगम चुनाओं को लेकर सोचने की जरूरत नहीं है, फिलहाल उपचुनाव की तैयारी करें। यह मानते हुए कि निगम चुनाओं से पहले उपचुनाव होगा, संबंधित जिलों को कल से ही तैयारी शुरू करनी होगी।’

हालांकि प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, ‘हमलोग उपचुनाव एवं निगम चुनाओं की तैयारी कर रहे हैं, क्योंकि राजनीतिक दल को चुनाओं के लिए तैयार रहना होता है। जहां-जहां भी निगम चुनाव और उपचुनाव होंगे वहां हम संगठनात्मक बैठक करेंगे।’

मुर्शिदाबाद के जंगीपुर और समशेरगंज में उम्मीदवारों की मौत के कारण मतदान स्थगित कर दिया गया था। बाद में कोरोना की स्थिति के चलते चुनाव नहीं हो सका। दिनहाटा, भवानीपुर, खरदह, शांतिपुर और गोसाबा इन पांचों केंद्रों पर भी उपचुनाव करना होगा। इस बीच, शोभनदेव चटर्जी ने भवानीपुर निर्वाचन क्षेत्र में विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। नंदीग्राम में हारने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को उपचुनाव जीतना होगा। संभवत: भवानीपुर से वही उम्मीदवार होंगी।

उपचुनाव के बारे में पूछे जाने पर ममता बनर्जी पहले ही कह चुकी है कि ”कोरोना की स्थिति अब नियंत्रण में है, उपचुनाव जल्द से जल्द कराए जाएं। सिर्फ 7 दिन प्रचार के लिए काफी है। भाजपा नेता सायंतन बसु ने आपत्ति जताते हुए कहा था कि, ”कोविड की तीसरी लहर के बीच सिर्फ एक व्यक्ति को मुख्यमंत्री चुना जाना है!” इसका कोई मतलब नही बनता। फिलहाल उपचुनाव की कोई जरूरत नहीं है।

काफी समय से कोलकाता समेत राज्य के 116 निगमों को प्रशासक द्वारा चलाया जा रहा है। बीजेपी का एक धड़ा सोचता है कि अभी निगमों का चुनाव नहीं होने वाला है, हालांकि, मुख्यमंत्री ने कहा, ”चुनाव आयोग को पहले उपचुनाव कराने की बात करने दीजिए, उसके बाद हमलोग निगमों का चुनाव अपने समयानुसार ठीक कर लेंगे।”

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