मनोज कृष्ण शास्त्री, वाराणसी । ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के परिभ्रमण का भूमण्डल के सभी जड़, चेतन पदार्थों की उत्पत्ति, लय, स्थिति पर प्रत्यक्ष प्रभाव अनुभव किया जाता है जिसके कारण ज्योतिष और व्यापार का घनिष्ठ सम्बन्ध रहा है। व्यापार की सभी वस्तुऐं धातु, मूल और जीव तीन श्रेणियों में विभाजित की गई हैं। सोने से लेकर मिट्टी तक धातु, जमीन से उत्पन्न होने वाले पदार्थ मूल तथा जल, थल, नभ में विचरण करने वाले सभी प्राणी जीव हैं। सभी धातुओं के स्वामी शनि, राहु, मंगल, सभी मूल के स्वामी केतु, शुक्र, सूर्य तथा सभी जीव के स्वामी चन्द्र, बुध, गुरु ग्रह हैं।
मूलत: रंग के अनुसार सफेद रंग की वस्तुओं के स्वामी चन्द्र व शुक्र, लाल रंग की वस्तुओं के स्वामी ग्रह सूर्य व मंगल, पीले रंग की वस्तुओं का स्वामी बुध व गुरु तथा काले रंग की वस्तुओं का स्वामी शनि, राहु, केतु ग्रह को माना गया है। इस प्रकार वस्तु/पदार्थों के स्वामी ग्रह यदि अपने उच्च, स्वगृह, मित्र गृह, या नवांश में बलबान हों, शुभ प्रभाव में हों तब अपने अधीन वस्तुओं में मंदी तथा नीच, अस्त, शत्रुक्षेत्री, नवांश में निर्बल व पाप ग्रहों के प्रभाव में हो तब अपने अधीन वस्तुओं में तेजी आती है।
वायदा/हाजिर भावों का राजनैतिक-सामाजिक वातावरण, सुभिक्ष-दुर्भिक्ष, आयात-निर्यात नीति, उपज खपत तथा शासकीय नीति से प्रत्यक्ष सम्बन्ध होता है जिसके कारण व्यापारी वर्ग की किसी वस्तु या पदार्थ के विषय में ‘आगे की धारणा’ जानने में रूचि रहती है। वायदा व्यापार में सफलता के लिये व्यापारिक वस्तुओं के भावों के पूर्वानुमान हेतु अनेक विधायें प्रचलित हैं जिनमें से एक ‘खगोलिक गणना’ है। अतः इसी क्रम में यह व्यापारिक लेख प्रस्तुत है। आशा है यह लेख व्यापारी वर्ग को उपयोगी सिद्ध होगा।
“भवानीशंकरौ वन्दे श्रद्धाविश्वासरूपिणौ”
1 मार्च -धनिष्ठा में बुध बुध+शनि की नक्षत्र युति चावल, स्वांक में तेजी होगी। सभी अनाज, सोना, चांदी, रुई. सूत, सन, ऊन, कपास, गुड़, चीनी, तेल, घी में शीघ्र ही तेजी बनेगी।
2-3 मार्च– पू.भा. में गुरु- अनाज, सोना, चांदी, सन, वस्त्र में तेजी रुई में कुछ मंदी संभव है।
4-5 मार्च– तेल में तेजी, रुई में मंदी के बाद तेजी बनेगी।
6-9 मार्च– चांदी, वस्त्र, रुई, किराने की वस्तुओं, सरसों, तिल, तेल, गेहूं, चावल, चना, ऊनी बस्त्र, सोना, चांदी में मंदीकारक है। किन्तु पू.भा. में सूर्य शीघ्र ही घटाबढ़ी के बाद तेजी बनायेगा। कुंभ में बुध कुंभ में सू. +बु +गु युति घी, तेल, सभी रस पदार्थों में घटबढ़, सोना, चांदी, पीतल, तांबा में मंदी होकर तेजी बनेगी।
10 मार्च– शतभिषा में बुध श्रवण में शुक्र चांदी, सोना, गुड़, चीनी, मूंग, मौंठ, उड़द, अनाज में मंदी, तिल,गेहूं में अच्छी तेजी संभव है।
11-13 मार्च– जौ, चना, तिल, अफीम, सोना, चांदी आदि धातु तेज होंगे।
14-15 मार्च– मीन संक्रांति सोमवारी १५ मुहूर्ती है। सभी प्रकार के अनाज, तेल, तिल, नमक, सोना, सन, गुड़, चीनी तेज होकर अन्त में मंदी होगी।
16-17 मार्च– पू.भा. 2में गुरु- अनाज, सोना, चांदी, सूत में तेजी व रुई में मंदीकारक है।
18 मार्च– उ.भा. में सूर्य पू.भा. में बुध सोना, चांदी, तांबा, लोहा, अनाज में मंदी लेकिन चावल, गुड़, चीनी, गेहूँ, तेल तेज होंगे।
19-21 मार्च– कुंभ में बुध पूर्वास्त घनिष्ठा-2 में शनि- गेहूँ, जौ, ज्वार, बाजरा, चावल, दलहन में तेजी, गुड़, चीनी में मंदी होगी।
22-25 मार्च– मीन में बुध सूर्य से इनफीरियर युति व शनि से दृष्ट है। घनिष्ठा में शुक्र- गुरु उदय सोना, चांदी, रुई, गुड़, चीनी में जोरदार घटाबढ़ी के बाद तेजी होगी। अनाज, तेल, तिलहन में भी तेजी रहेगी।
26-28 मार्च– 26 मार्च से 7 अप्रेल तक बुध अतिचारी रहेगा। व्यापारी बाजार लाइन देखकर काम करें।
29-30 मार्च– घनिष्ठा में मंगल मं. +शु. +श की नक्षत्र युति- सोना, चांदी, पीतल, जस्ता, लोहा, सभी धातु व अनाज तेज होंगे। गुड़, चीनी मंदे होंगे। जिन वस्तुओं में मंदी हो उनमें भी शीघ्र तेजी का ही रूख बनेगा।
31 मार्च– रेवती में सूर्य कुंभ में शुक्र में अलसी, सरसों, अरण्ड, मूंगफली, लहसुन, मोती, लाख, सज्जी में तेजी, रुई, चांदी, गुड़, चीनी, गेहूं, जौ, चना, मूंग, ज्वार, बाजरा, श्वेत वस्तुओं में मंदी होगी।
शेयर बाजार की धारना मार्च माह : यह मास मंगलवार धनिष्ठा नक्षत्र कुंभराशि में प्रारम्भ हो रहा है। प्रारम्भ में सूर्य गुरु चंद्रमा कुम्भ राशि में, राहु वृष में, केतु वृश्चिक में, बुध मंगल शुक्र शनि मकर राशि में भ्रमणशील रहेंगे। बुध उदित अवस्था में चलते हुए ता. 21 को पूर्व में अस्त होंगे। ता.6 बुध सूर्य गुरु के साथ प्रतियुति, ता.14 को सूर्य मीन में, ता.24 को बुध सूर्य के साथ युति करेंगे। ता.31 को शुक्र कुंभ में गुरु के साथ युति होगी। ग्रहों का आपसी संबंध युति प्रतियुति बाजार से संबंधित धारणा प्रतिकूल प्रतीत हो रहा है। ता. 1 से 4 तक तमाम ब्लुचिप कंपनियों के शेयरों में बिकवाली को हालात बाजार में अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न कर सकती है। आगामी सप्ताह स्थितियाँ सामान्य रहीं तो कुछ स्थिरता संभावित प्रतीत हो रही है। ता. 7 से 11 तक दूरसंचार, मीडिया, सूचना प्रौद्योगिकी, फार्मा, वित्तीय संस्थाओं, सोना, चांदी, कॉपर, विद्युत, पॉवर, वाहन, इस्पात कंपनियों के शेयरों में बारी-बारी से समर्थन मिल सकता है। यदि ऐसा होता है तो ता. 14 से 18 तक ब्लुचिप के शेयरों में अचानक विदेशी निवेशकों के साथ साथ संस्थागत निवेशकों के समर्थन से शेयर बाजार के सूचकांक में आश्चर्यजनक तरीकों से ग्राफ ऊपर उठना चाहिए।
ता. 21 को सुधार ता. 22 से 26 तक सॉफ्टवेयर, मीडिया, फार्मा एवं वित्तीय संस्थाओं के शेयरों में व्यापक घटा-बढ़ी धारणा अस्थिरता की ओर रहे। ता. 28 से 31 तक दूरसंचार, सूचना प्रौद्योगिकी, मीडिया, फार्मा, वित्तीय संस्थाओं के साथ-साथ, चाय, काफी, शुगर, पॉवर एवं पेट्रोरसायन कंपनियों के शेयरों में बारी-बारी से बिकवाली के हालात बन सकते हैं। यह भी हो सकता है कि अधिकांश सेक्टरों में अचानक बिकवाली से बाजार आंधी के आम की तरह गिर जाएं।
विशेष सूचना :- शेयरबाजार अटकलबाजी का खेल नहीं है, यह केवल टेक्रीकल व फुल मेंटल गणना पर आधारित है, अतः जोखिम लेकर चलना शुभकारी संकेत नहीं है। आर्थिक रूप से कमजोर बाजार से संबंधित जानकारी के अभाव में भाग्य के भरोसे सौदा न करें, उल्लेखित धारणा ग्रहीय चाल पर आधारित है, कभी-कभी इसमें जोखिम भी हो सकता है, अतः तेजी मन्दी का विचार स्वयं विवेक से ही करना चाहिए।
जोतिर्विद वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
9993874848