कोलकाता। सीमा सुरक्षा बल बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने एक बार फिर मानवता का परिचय देते हुए अनजाने में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कर भारतीय क्षेत्र में घुस आए चार बांग्लादेशी युवकों को मानवीय आधार पर पड़ोसी देश के सीमा रक्षक बल को वापस लौटा दिया। अधिकारियों ने बताया कि यह घटना मुर्शिदाबाद जिले की है, जब 141वीं वाहिनी की सीमा चौकी मेघना के जवानों ने सात मई को चारों को अवैध तरीके से सीमा पार करने के आरोप में हिरासत में लिया। इनमें तीन नाबलिग थे जबकि एक 20 साल का युवक था। नाबालिगों में दो की उम्र 14 साल जबकि एक की उम्र 16 साल थी।
ये चारों बांग्लादेश के मुंशीगंज जिले के ग्वाली मंडा गांव के रहने वाले थे। पूछताछ में युवकों ने बताया कि वो लोग बांग्लादेश में रोजी- रोटी की तलाश में गांव- गांव भटक रहे थे। इसी दौरान वे सभी अन्तराष्ट्रीय सीमा के पास गांव में घूम रहे थे। उन्होंने दावा कि वे कब भारतीय सीमा में घुस आए उन्हें पता ही नहीं चला। वहीं, बीएसएफ ने मामले की पड़ताल के बाद फ्लैग मीटिंग कर चारों बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ बिना कोई कार्रवाई किए मानवीयता तथा सद्भावना के आधार पर उन्हें बार्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) को सौंप दिया।