मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में रविवार को एक और बड़ा भूचाल आया और तेजी से बदलते घटनाक्रम में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजित पवार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) तोड़कर अपने समर्थकों के साथ शिव सेना-भारतीय जनता पार्टी गठबंधन सरकार में शामिल हो गए। उन्होंने दोपहर बाद उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इससे पहले पवार ने आज सुबह तीन दर्जन से अधिक अपने समर्थक राकांपा विधायकों की बैठक बुलाई जिसमें राजनीतिक भविष्य की रूपरेखा पर चर्चा की गई।
बैठक के तुरंत बाद, पवार मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को समर्थन पत्र सौंपने के लिए राज्यपाल रमेश बैस से मिलने के लिए राजभवन पहुंचे और कुछ ही देर बाद उन्होंने मौजूदा विधानसभा के कार्यकाल में तीसरी बार उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ एनसीपी के बड़े नेताओं में गिने जाने वाले छगन भुजबल भी सरकार में शामिल हो गए हैं। उन्होंने मंत्री के रूप में शपथ ली है।
इनके अलावा दिलीप राव वलसेपाटिल समेत एनसीपी के कुल 9 नेता आज मंत्रिमंडल में शामिल हो गए हैं। इनमें हसन मियांलाल मुशरिफ, धनंजय पंडितराव मुंडे, धर्माराव बाबा भगवंतरंव आत्राम, अदिति वरदा सुनीत तटकरे, संजय शंकुलता बाबूराव बनसोड़े और अनिल भाईदास पाटिल शामिल हैं। ये नेता अब एनडीए सरकार का हिस्सा बन गए हैं और प्रदेश की मौजूदा बीजेपी-शिव सेना (एकनाथ शिंदे गुट) को समर्थन दे रहे हैं।
अजीत पवार अभी तक महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता थे। नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता महेश भारत तपासे ने स्पष्ट किया है कि अजीत पवार के शपथ ग्रहण को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) पार्टी का कोई आधिकारिक समर्थन नहीं है।