कोलकाताः मेडिकल कॉलेज के बाद अब महानगर के प्रतिष्ठित सरकारी अस्पतालों में शुमार आरजीकर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के एक चिकित्सक को कोरोना संक्रमित पाया गया है। पीड़ित चिकित्सक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं 9 चिकित्सकों क्वारंटाइन भेजा गया है। मालूम हो कि इसके पहले आरजीकर अस्पताल के मेडिसिन वार्ड में एक कोरोना संक्रमित की मौत के बाद उक्त वार्ड को बंद कर दिया गया था।
उक्त वार्ड को संक्रमण मुक्त किया गया था। वहीं अब अस्पताल के चिकित्सक को कोरोना संक्रमण होने से अस्पताल कर्मचारियों के बीच आतंक का माहौल है। दूसरी ओर बीआर.सिंह अस्पताल के एक चिकित्सक को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। मंगलवार को उक्त चिकित्सक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे महानगर के पियरलेस प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आरोप है कि इस रेल अस्पताल के चिकित्सक को कोरोना वायरस से संक्रमति पाए जाने के बाद भी बुधवार दोपहर तक संक्रमित के संपर्क में आए किसी को भी क्वारंटाइन नहीं किया गया। इतना ही नहीं काम पहले के ही तरह चल रहा है। इसके बाद ही अस्पताल के एमडी को घेर चिकित्सकों और कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। रेल के मेंस यूनियन कर्मचारियों भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।
अत्याधुनिक सेवाओं के लिए बीआर सिंह अस्पताल जाना जाता है। किन्तु पूर्व रेलवे के मेंस यूनियन के मुख्य सचिव अमित घोष का आरोप है कि कोरोना वायरस की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई भी इंतजाम नहीं है। कोरोना जांच की यहां कोई व्यवस्था नहीं है। पीपीई तक नहीं है। इतना ही नहीं अस्पताल में सैनिटाइजर की भी व्यवस्था नहीं है। कोरोना संक्रमण संदेह में किसी के आने पर उसे आइसोलेशन वार्ड में रख दिया जा रहा है। अधिक जरूरत पड़ने पर ही किसी को बेलियाघाटा आईडी अस्पताल में रेफर किया जा रहा है।