पुस्तक विमोचन एवं सारस्वत सम्मान

कोलकाता। भारतीय वाङ्‌मय पीठ की ओर से दिवंगत कवि प्रो. श्यामलाल उपाध्याय द्वारा लिखित पुस्तक “गद्यसेतु” एवं उनके द्वारा संपादित पुस्तक “श्रीरामचरितमानस का विशिष्ट अनुशीलन” का भारतीय भाषा परिषद के सभागार में विमोचन हुआ। डॉ. प्रेमशंकर त्रिपाठी की अध्यक्षता में विद्वान वक्ता डॉ. ऋषिकेश राय ने ‘गद्यसेतु’ पर अपना बहुमुल्य विचार रखा तथा विदुषी वक्ता डॉ. वसुंधरा मिश्र ने ‘श्रीरामचरितमानस का विशिष्ट अनुशीलन’ पर अपना विशिष्ट वक्तव्य रखा। कार्यक्रम का आरंभ स्वागतनृत्य से हुआ। तत्पश्चात् आचार्यश्री उपाध्याय पर एक वृत्तचित्र दिखाया गया। डॉ. कुसुम खेमानी के शुभकामना संदेश के बाद संस्था के उपाध्यक्षा रीता श्राॅफ उपाध्याय ने अतिथियों का अभिनन्दन किया एवं अध्यक्ष प्रो. राजराजेश्वर उपाध्याय ने मंचासिन अतिथियों का वरण किया।

सरस्वती वंदना की प्रस्तुति भी अरुणा द्वारा की गयी। रीमा पांडेय ने स्वरचित पंक्तियों से श्रीराम की वंदना की। रामेश्वरनाथ मिश्र अनुरोध ने विषय प्रवेश कराया। ताजा टीवी के निदेशक, छपते-छपते के प्रधान संपादक तथा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्वम्भर नेवर ने इस आयोजन के प्रति श्रद्धाज्ञापन किया तथा संस्था के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। तीन घंटे चले इस अनूठे कार्यक्रम को उपस्थित गणमान्य साहित्यकारों एवं सुधिजनों ने मुक्तकंठ से सराहा। कार्यक्रम का संचालन शिवशंकर सिंह सुमित ने किया।

दूसरे सत्र में आचार्य उपाध्याय की कविताओं की आवृत्ति अरिमर्दन मिश्र, वंदना पाठक, अनामिका सिंह, मौसमी प्रसाद, विजय शर्मा द्वारा किया गया। डॉ. कृष्णावतार त्रिपाठी, डॉ. कुँवर वीर सिंह मार्तंड, डॉ. लखवीर सिंह निर्दोष, योगेंद्र शुक्ल सुमन, नंदलाल रोशन, रवि प्रताप सिंह समेत कुल दस साहित्यकारों को सारस्वत सम्मान से नवाजा गया। साथ ही पत्रकार मुरली चौधरी एवं मीनाक्षी सांगनेरिया को भी सम्मानित किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम का हिस्सा बने कलाकारों को भी संस्था की तरफ से प्रमाणपत्र दिए गये।

कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में सर्वश्री सेराज खान बातिस, मोहन तिवारी, सिद्धार्थ सराफ, दुर्गा व्यास, रामपुकार सिंह, डॉ. उर्मिला, नवीन कुमार सिंह, चंद्रिका प्रसाद पांडेय अनुरागी, शोहेल खान शोहेल, मुरली चौधरी, जीवन सिंह, नंदु बिहारी, धर्मदेव सिंह, रवीन्द्र श्रीवास्तव, स्वेता स्वेताम्बरी, अनिल उपाध्याय, चंद्र किशोर चौधरी, रामअवतार सिंह, सूर्य प्रकाश मिश्र, उषा जैन तथा अन्य प्रमुख रहे।

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