कोलकाता। पश्चिम बंगाल (West Bengal) के बीरभूम में पिछले दिनों हुई कथित हिंसा को लेकर शुक्रवार को राज्यसभा में हंगामा देखने को मिला है, जिसके कारण कुछ देर के लिए सदन की कार्यवाही (Rajya Sabha Proceedings) स्थगित करनी पड गई. दरअसल, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की राज्यसभा सांसद रूपा गांगुली (Roopa Ganguly) ने शून्य काल के तहत बीरभूमि को मुद्दे को उठाया और भावुक हो गईं। उन्होंने पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। बीजेपी सांसद की मांग का तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने जोरदार विरोध किया, जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया। इस दौरान बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक हुई।
बीजेपी सांसद रूपा गांगुली ने भावुक होते हुए कहा, ‘पश्चिम बंगाल में लोग जीने लायक नहीं रह गए हैं, वहां एक-एक कर के लोग भाग रहे हैं, हमें बंगाल में राष्ट्रपति शासन चाहिए और हमने बंगाल में जन्म लेकर कोई अपराध नहीं किया है। जो लोग पश्चिम बंगाल में बोल नहीं पा रहे वे लोग क्या अंदर ही अंदर रो नहीं रहे होंगें? पश्चिम बंगाल की सरकार हत्यारों की रक्षा करती है। वहां हर दिन दिनदहाड़े गोलियों की आवाज सुनाई देती है। ऐसा कोई राज्य नहीं जहां जीते हुए लोगों को सरकार पकड़-पकड़कर मारती हो।’
रूपा ने कहा कि बंगाल में हालात रहने लायक नहीं है, उन्होंने राज्य में राष्ट्रपति शासन की मांग की। बीजेपी सांसद ने कहा, ‘ हम पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन चाहते हैं। वहां बड़े पैमाने पर हत्याएं हो रही हैं। लोग पलायन कर रहे हैं। राज्य अब रहने के लायक नहीं है।’ संसद के उच्च सदन के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए रूपा ने राज्य सरकार पर साजिशकर्ताओं को संरक्षण देने का आरोप लगाया। बंगाल में लोग बोल नहीं सकते। हत्यारों को तृणमूल सरकार संरक्षण ले रही है। कोई ऐसा दूसरा राज्य नहीं है जहां चुनाव जीतने और सरकार बनने के बाद इतनी अधिक संख्या में लोग मारे गए हों। हम इंसान हैं, हम पत्थरदिल वाली राजनीति नहीं करते।