पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव लंबे समय के बाद दिल्ली से लौटे हैं, लेकिन आने के बाद से ही सरकार को घेरते नजर आ रहे हैं। इसी क्रम में तेजस्वी यादव ने अपने विधानसभा क्षेत्र में लोगों के बीच कहा कि सरकार दो से तीन महीने में गिरने वाली है। इस बयान के बाद सत्ताधारी भाजपा और जदयू ने तेजस्वी पर पलटवार किया है। भाजपा नेता प्रेम रंजन ने कहा कि तेजस्वी लंबे समय से ‘गायब’ रहे और जब आए तो फिर से सपना देखने लगे।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में उन्हें अपने विधानसभा की जनता से कोई मतलब नहीं रहा। क्षेत्र की जनता ने इसके लिए उनके लापता होने तक के पोस्टर भी लगाए गए थे, अब आए तो उनकी समस्या के समाधान करने के बजाय सरकार गिराने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव सपना देख रहे हैं, उन्हें केवल कुर्सी चाहिए।
इधर, जदयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि पिछले साल जब से राजग की सरकार बनी है तब से राजद के प्रवक्ता ऐसी बातें कर रहे हैं। जनता ने उन्हें सत्ता से बाहर किया है लेकिन सत्ता का विलाप करते घूम रहे हैं। उन्होंने तेजस्वी को ‘प्रवासी नेता प्रतिपक्ष’ बताते हुए कहा कि वे लंबे समय के बाद बिहार की धरती पर आते हैं।
जदयू नेता निखिल मंडल ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मुंगेरी लाल के हसीन सपने देख रहे हैं। उन्हें मुख्यमंत्री बनने के सपने आ रहे हैं, सपने देखने से मुख्यमंत्री कोई नहीं बनता है, उसके लिए बहुमत चाहिए। उल्लेखनीय है कि तेजस्वी अपने विधानसभा क्षेत्र राघोपुर पहुंचे थे और समस्याओं को सुन रहे थे। जब लोगों ने समस्याओं के समाधान की बात की तब उन्होंने लोगों को समझाने के अंदाज में कहा कि दो से तीन महीने में यह सरकार गिरने वाली है।