बीरभूम हिंसा : जिंदा जलाने से पहले पीड़ितों को पहले बुरी तरह पीटा गया, रिपोर्ट में हुआ खुलासा

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बोगटुई गांव में जिंदा जलाए गए तीन महिलाओं और दो बच्चों समेत आठ लोगों को नरसंहार से पहले बुरी तरह पीटा गया था। उनके पोस्टमार्टम रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ है। घटना के संबंध में अब तक कम से कम 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की निर्धारित दौरे के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए रामपुरहाट में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि हेलीपैड के आसपास सीसीटीवी लगाए गए हैं जहां मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर उतरेगा।

बोगटुई जाने से पहले बनर्जी का पुलिस महानिदेशक मनोज मालवीय सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करने का कार्यक्रम है। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि बाद में वह घायल लोगों से मिलने रामपुरहाट अस्पताल भी जा सकती हैं। राज्य कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी और भाजपा की पांच सदस्यीय केंद्रीय टीम का भी बोगटुई का दौरा करने का कार्यक्रम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हत्याओं को जघन्य बताया और कहा कि दोषियों को माफ नहीं किया जाना चाहिए।

बता दें कि पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट में परसो हिंसा भड़की थी, जिसमें 10 से 12 घरों के गेट को बंद कर आग के हवाले कर दिया गया। टीएमसी नेता की हत्या के बाद कार्य़कर्ता उग्र हो गए, जिसके बाद इलाके में हिंसा भड़क गई। बीरभूम जिले के रामपुरहाट में मंगलवार को जले हुए घरों से सात लोगों के शव बरामद किए गए थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

18 − sixteen =