Birbhum Violence: बीरभूम में पीड़ित परिवार से मिलीं ममता बनर्जी, कांग्रेस को रोका गया

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले (Birbhum Violence) में हुई हिंसा के बाद राज्य की सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banarjee) ने गुरुवार को पीड़ित परिवारों से मुलाकात की है। ममता बनर्जी ने इन परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। इसके अलावा इनसे घटना से जुड़ी जानकारियां भी मांगी गई हैं। ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद पीड़ित परिवारों ने दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग की है। ममता बनर्जी के साथ बीरभूम जिले और राज्य सरकार के तमाम अफसरों ने भी हिंसा पीड़ित परिवारों से भेंट की है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मारे गए लोगों के परिजनों को 5 लाख रुपए की सहायता राशि का चेक दिया है।उन्होंने कहा है कि हिंसा में नष्ट हुए घरों को दोबारा बनाने के लिए 2 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी साथ ही मारे गए लोगों के परिजनों को नौकरी दी जाएगी। बता दें कि बीरभूम जिले के बोगतुई गांव में मंगलवार तड़के करीब एक दर्जन मकानों में कथित तौर पर आग लगा दिए जाने से दो बच्चों समेत कुल आठ लोगों की जल कर मौत हो गयी।

यह घटना सोमवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पंचायत स्तर के नेता भादू शेख की कथित हत्या के कुछ घंटों के भीतर हुई। भारतीय जनता पार्टी ने इस हिंसा के लिए राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस समर्थित गुंडों को जिम्मेदार ठहराया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि बीरभूम जिले में हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी, चाहे वे किसी भी राजनीतिक दल से जुड़े हों।

कांग्रेस नेताओं को रोका गया : वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल घटनास्थल पर जा रहा था जिसे शांतिनिकेतन में रोका गया है। प्रतिनिधिमंडल को रोके जाने के बाद चौधरी वहीं धरने पर बैठ गए। गुरुवार को संसद में टीएमसी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाक़ात की है। टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने बैठक के बाद कहा है, “बीरभूम घटना के मद्देनज़र हमने कहा है कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल को हटाया जाना चाहिए। उनका काम हमारी संवैधानिक प्रणाली के ख़िलाफ़ है। संसदीय लोकतंत्र प्रणाली पर ख़तरा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *