भोपाल : इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स देश की वह संस्था है जिसका इतिहास 100 वर्षों पुराना है। इसके अंतर्गत सिविल, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल एवं इंजीनियरिंग की सभी अन्य ब्रांच के विभिन्न विभागों में तथा निजी क्षेत्र में काम कर रहे इंजीनियर एक साथ एकत्रित होकर विभिन्न विषयों पर समय-समय पर विचार मंथन करते हैं। संस्था के हबीबगंज स्तिथ केंद्र में कार्यसमिति की बैठक में विगत दिवस अनेक निर्णय लिए गए। समिति के निर्णय बताते हुए राजेश बिसारीया अध्यक्ष एवं सचिव अविनाश चन्द्रा ने कहा कि मध्यप्रदेश इकाई को और भी जनोन्मुखी एवं समाज उपयोगी कार्यों में युवा इंजिनियरिंग के छात्रों तथा वरिष्ठ इंजिनियर्स के अनुभवो का उपयोग किए जाने हेतु अनेक कार्यक्रम प्रस्तावित है।
लिए गए निर्णयों के अनुसार निजी क्षेत्र को भागीदार बनाकर संस्था के परिसर को पर्यावरणीय स्वरूप दिया जाएगा। विभिन्न इंजीनियरिंग कालेजों में स्टूडेंट चेप्टर का गठन कर इंजीनियरिंग छात्रों को इंडस्ट्री एक्सपोजर प्रदान किया जाएगा। इसके इंजी. सुनील जोशी को अधिकृत प्रतिनिधि नामित किया गया। संस्था शिल्पायन नाम से एक पत्रिका का प्रकाशन करने जा रही है। जिससे प्रदेश भर के सदस्यों का पारिवारिक परस्पर संवाद बढ़ सकेगा, पत्रिका में स्टेट सेंटर कि गतिविधियों का लेखा जोखा प्रस्तुत किया जाएगा। पत्रिका समिति में मैनिट से इंजी. भरत कुमार, इन्दौर से इंजी. राजेंद्र गौतम, जबलपुर से इंजी. के.सी. जैन, भोपल से इंजी. प्रभात कुमार तथा ग्वालियर के प्रतिनिधियों की टीम वरिष्ठ इंजी. विवेक रंजन श्रीवास्तव के मुख्य संपादन में अधिकृत की गई है।
प्रस्तावित है कि दिनांक 17 मई 2022 को वर्ल्ड टेलीकम्यूनिकेशन दिवस, 05 जून 2022 को पर्यावरण दिवस, 09 सितम्बर 2022 को इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स की स्थापना दिवस रॉयल चार्टर डे के रूप एवं भारत रत्न सर मोक्ष गुण्डम विश्वेश्वरैया का जन्मदिन 15 सितम्बर 2022 इंजिनियस डे के रूप में मनाया जाएगा। अक्टूबर 2022 में वर्ल्ड हेबीटेट डे एवं 14 अक्टूबर 2022 को वर्ल्ड स्टेन्डर्स डे तथा 14 दिसम्बर 2022 को उर्जा संरक्षण दिवस बड़े पैमाने पर मनाने का निर्णय लिया गया है। इस हेतु प्रदेश सेन्टर से सम्बद्ध अभियंताओं की उप समितियां गठित की जा रही है। कार्य समिति ने निर्णय लेकर सेवानिवृत मुख्य अभियंता विवेक रंजन श्रीवास्तव को स्टेट सेन्टर का प्रवक्ता मनोनीत किया गया।
उल्लेखनीय कि रंजन श्रीवास्तव हिन्दी में तकनीकी लेखन लंबे समय से कर रहे हैं एवं उनकी अनेक पुस्तकें प्रकाशित है। वे संस्था के फेलो इंजीनियर है। रंजन श्रीवास्तव सहित एच.एल तिवारी एवं पुष्पेन्द्र सिंह बुन्देला एवं डॉ. कुनाल बसु को समिति में को आप्टेड किया गया है। अभियंता साहित्यकारों का एक राष्ट्रीय सम्मेलन महिला इंजिनियरों का सम्मान, अति वरिष्ठ अभियंताओं का सम्मान किए जाने की योजनाओं पर भी समिति की सहमती रही। राजेश बिसारिया, अध्यक्ष अविनाश चन्द्रा, सचिव नीरज दवे, पूर्व अध्यक्ष डॉ. भरत मोढेरा, राकेश राठौर, काउसिल मेंबर गिरिश श्रीवास्तव, खेमचन्द ढिमोले, जितेन्द्र प्रसाद नन्दा, बबलू अलावा, सुनील जोशी, रमन मेहता, सपन सुहाने, अशोक कुमार शर्मा।
नीलम भोगल, रतन लाल भाभर, हरिकरन पाटिल, मोहन लाल मुप्ता, प्रभात कुमार, डॉ. मुकेश कुमार मिश्रा, अशुताष चटर्जी, शरद चन्द्र, सुनील कुमार राठी, सीमा अरोरा, आर.पी. गौतम, अध्यक्ष (इन्दौर), प्रकाश चन्द्र दुबे, अध्यक्ष (जबलपुर), पी.के. भार्गव अध्यक्ष (ग्वालियर) समिति सदस्यों की सहभागिता महत्वपूर्ण रही। इंस्टीट्यूशन की सदस्यता बढ़ाने हेतु भी प्रयास किए जाऐगे यह निर्णय लिया गया। मध्यप्रदेश से काउसिंल मेंबर राकेश राठौर तथा शिल्पा त्रिपाठी ने आयोजनो की सफलता हेतु सहयोग का आश्वासन दिया है। राजेश बिसारिया अध्यक्ष ने इंजीनियर्स से अपील की है कि स्वेच्छा से आगे आकर इन आयोजनो के लिये स्वयं को नामांकित कर सहयोग करें।