कोलकाता। पश्चिम बंगाल के भवानीपुर विधानसभा सीट पर 30 सितंबर को होने वाले उपचुनाव में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ भाजपा की ओर से मैदान में उतरी प्रियंका टिबरेवाल को तृणमूल कांग्रेस नेता फिरहाद हकीम द्वारा ‘बच्ची’ करार दिये जाने पर रविवार को हकीम और टिबरेवाल के बीच जुबानी जंग छिड़ गई।
टिबरेवाल कुछ साल पहले भाजपा में शामिल हुई थीं और इस साल के शुरू में हुए विधानसभा चुनाव में उन्हें इंटैली सीट से हार का सामना करना पड़ा था। वह पेशे से वकील हैं, जो विधानसभा चुनाव के बाद अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हुए कथित हमलों के मामलों को अदालत तक लेकर गईं।
हकीम की टिप्पणी के बारे में पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में टिबरेवाल ने कहा, ‘‘एक बच्ची हमेशा के लिए बच्ची नहीं रहती। बच्ची अब चुनौतियों का सामना करने के लिए बड़ी हो गई है।’’ उन्होंने कहा,‘‘ निश्चित तौर पर मेरी प्रतिद्वंद्वी ममता बनर्जी और उनके पार्टी प्रचारक फिरहाद हकीम मुझसे उम्र में बहुत बड़े हैं, लेकिन मैं यहां लोकतंत्र की रक्षा करने और तृणमूल कांग्रेस के आतंक से लोगों को बचाने की लड़ाई लड़ने आई हूं।’’
हकीम ने एक दिन पहले पत्रकारों से बातचीत में कहा था, ‘‘ प्रियंका टिबरेवाल बच्ची हैं। उन्हें पहले भी इंटैली से हाल मिली है। भाजपा का कोई भी वरिष्ठ नेता भवानीपुर में ममता बनर्जी के खिलाफ उपचुनाव लड़ने को तैयार नहीं है, उन्होंने लड़ाई के मैदान में इस बच्ची को आगे कर दिया है।’’
उन्होंने तंज कसते हुए कहा था,‘‘मेरी सहानुभूति प्रियंका टिबरेवाल के लिए है, जिन्हें भारी हार का सामना करना पड़ेगा। लेकिन उनकी मदद नहीं कर सकता क्योंकि ममता बनर्जी भवानीपुर के लोगों के दिलों में हैं।’’