कोलकाता । पश्चिम बंगाल में नगर पालिका चुनाव के लिए मतदान केंद्रों पर कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए वोटिंग हो रही है। वहीं विपक्ष की लगातार मांग के बावजूद चुनाव आयोग ने राज्य पुलिस की निगरानी में ही नगर पालिका चुनाव कराने का फैसला लिया है। इस बार 108 नगर पालिका में 8160 उम्मीदवार मैदान में हैं। 108 नगरपालिकाओं के चुनाव के लिए आज कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान जारी है। राज्य निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि 108 नगर पालिकाओं में फैले 2,276 वार्डों में 95 लाख से अधिक पंजीकृत मतदाता हैं। उन्होंने कहा कि कुल मतदान केंद्रों की संख्या 10,813 और मतदान परिसरों की संख्या 4,851 होगी। चुनाव के नतीजे 2 मार्च को घोषित किए जाएंगे। आयोग द्वारा कुल मिलाकर 40,000 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। आयोग ने कहा कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर कम से कम एक सशस्त्र पुलिस टीम तैनात होगी। अधिकारी ने कहा कि 125 चुनाव पर्यवेक्षक होंगे।
सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस हाल के दिनों में चार नगर निगमों और नगर निकाय चुनाव में अपनी सफलता से उत्साहित है और उसे इन चुनावों में भी भारी जीत की उम्मीद है। दूसरी ओर हाल के चुनावी हार के बाद राज्य की विपक्षी दल भाजपा अपने प्रभाव को बनाए रखने के लिए संघर्ष करती दिख रही है। मतदान सुबह 7:30 बजे से शुरू हो गया है जो शाम 5 बजे तक चलेगा। चुनाव आयोग की ओर से बताया गया है कि मतदान केंद्रों पर कोरोना नियमों का पालन करते हुए वोटिंग हो रही है। वहीं विपक्ष की लगातार मांग के बावजूद चुनाव आयोग ने राज्य पुलिस की निगरानी में ही नगर पालिका चुनाव कराने का फैसला लिया है। वहीं इस बार 108 नगर पालिका में 8160 उम्मीदवार मैदान में हैं।
वहीं हाईकोर्ट ने पहले ही चेतावनी दे दी है कि किसी भी तरह की हिंसा होती है तो इसकी जिम्मेवारी राज्य चुनाव आयोग की होगी। पूरे राज्य में 2276 मतदान केंद्रों को संवेदनशील चिन्हित किया गया है। जहां अतिरिक्त संख्या में सशस्त्र पुलिसकर्मियों की तैनाती होगी। प्रत्येक मतदान केंद्र पर सुरक्षा की जिम्मेवारी सशस्त्र पुलिस बल की होगी जबकि मतदान केंद्रों के आसपास और विभिन्न क्षेत्रों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष टास्क फोर्स का गठन किया गया है। डीआईजी रैंक के अधिकारियों को भी चुनावी ड्यूटी में लगाया गया है जिनकी निगरानी में कम से कम चार से पांच जिले होंगे। प्रत्येक मतदान केंद्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और कोलकाता स्थित मुख्यालय से निगरानी होगी।