Kolkata Desk : केंद्रीय अल्पसंख्यक राज्य मंत्री जॉन बारला ने फिर पश्चिम बंगाल के विभाजन की यह मांग उठाई है। उन्होंने उत्तर बंगाल को अलग राज्य घोषित करने की मांग की है, बोले- ‘यह तो जनता की आवाज है’। केंद्रीय राज्य मंत्री जॉन बारला ने मंगलवार को कहा कि ‘उत्तर बंगाल’ को एक अलग राज्य बनाना क्षेत्र के लोगों की आवाज है। भाजपा के ‘शहीद सम्मान यात्रा’ के तहत सिलीगुड़ी में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने ये बातें कहीं।
जॉन बारला ने कहा कि वे अलग राज्य बनाने के लिए इस मुद्दे पर उचित स्तर पर चर्चा करेंगे। केन्द्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि, “अलग उत्तर बंगाल राज्य का निर्माण क्षेत्र के लोगों की आवाज है। मैं इस मुद्दे को उचित स्तर पर उठाऊंगा।” उल्लेखनीय है कि जॉन बारला मंत्री बनने के पहले से ही अलग उत्तर बंगाल की राज्य की मांग कर रहे हैं और मंगलवार को फिर वही मांग दोहराई है।
भाजपा के अलीपुरद्वार से सांसद जॉन बारला जो की वर्तमान में अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री भी हैं, ने कहा कि पश्चिम बंगाल में TMC सरकार ने राज्य की अल्पसंख्यक आबादी के लिए कुछ नहीं किया सिर्फ वोट हासिल करने के लिए उनका इस्तेमाल किया है। उन्होंने पूछा कि, ”TMC सरकार ने अल्पसंख्यकों के लिए क्या काम किया है? आपने उनके वोट अपने राजनीतिक फायदे के लिए लिए हैं।” जॉन बारला ने आरोप लगाया कि विकास के नाम पर तृणमूल आतंकी हथकंडों का सहारा ले रही है। उन्होंने कहा, “देखिए कि पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद की हिंसा कैसे हुई।”
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य सरकार के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं लेकिन तृणमूल सरकार हमेशा केंद्र से सिर्फ लड़ती रही है। विपक्ष को एकजुट करने के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रयासों का जिक्र करते हुए जॉन बारला ने कहा, “दीदी प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रही हैं, ऐसा कभी नहीं होगा।” उन्होंने दावा किया कि 2024 में भाजपा पश्चिम बंगाल की सभी 42 लोकसभा सीटों पर अच्छे अंतर से जीत हासिल करेगी। उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य की 42 सीटों में से 18 पर जीत हासिल की थी। परंतु विधानसभा के चुनाव में तृणमूल ने तीसरी बार सरकार बनाने में कामयाब रही।