कोलकाता : चक्रवात ‘अम्फान’ के खतरे को देखते हुए ओडिशा और बंगाल में एनडीआरएफ की टीम तैनात कर दी गईं। इस बीच, ओडिशा ने कहा है कि वह इस चक्रवात से बुरी तरह से प्रभावित होने वाले 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए तैयार है। एनडीआरएफ के महानिदेशक एसएन प्रधान ने कहा कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, चक्रवात ‘अम्फान’ बंगाल की खाड़ी में एक प्रचंड चक्रवाती तूफान में तब्दील हो रहा है और अगले 24 घंटों में यह अत्यधिक शक्तिशाली चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है।
प्रधान ने कहा कि ‘इसका रूट मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल, सागर द्वीप समूह और शायद बांग्लादेश की ओर है…लेकिन हमें इस पर करीबी नजर रखनी होगी। एनडीआरएफ ने समय रहते अपनी टीम तैनात कर दी हैं। चक्रवाती तूफान के भारतीय तट की ओर बढ़ने के चलते ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई तटीय जिलों में तेज रफ्तार हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना है।
कोलकाता में क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जी के दास ने बताया कि यह तूफान 20 मई की दोपहर और शाम के बीच में अत्यधिक प्रचंड चक्रवाती तूफान के तौर पर पश्चिम बंगाल में सागर द्वीपसमूह और बांग्लादेश के हतिया द्वीप समूह के बीच पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश तटीय क्षेत्रों से गुजर सकता है।
इन जिलों में तैनात की गईं टीमें
कोलकाता स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक जी के दास ने कहा कि चक्रवात के कारण उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिले, कोलकाता, पूर्वी और पश्चिमी मिदनापुर, हावड़ा और हुगली सहित गंगाई पश्चिम बंगाल के तटवर्ती जिलों में 19 मई को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश तथा छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है।
प्रधान ने बताया कि बल की सात टीम पश्चिम बंगाल में तैनात की गई हैं। ये टीम छह जिलों- दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, पूर्वी मिदनापुर, हावड़ा और हुगली में हैं। वहीं ओडिशा के सात जिलों में 10 टीम तैनात की गई हैं। ये जिले पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, भद्रक, बालासोर और मयूरभंज हैं। एनडीआरएफ की एक टीम में लगभग 45 कर्मी होते हैं।