कोलकाता। Corona in Bengal : कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण पैदा हुए अप्रत्याशित हालात के बीच पश्चिम बंगाल में छात्रों से लेकर सिलेब्रिटी तक और शिक्षकों से लेकर मीडिया पेशेवरों तक विभिन्न क्षेत्रों के लोग अस्पतालों में बिस्तरों, ऑक्सीजन सिलेंडर एवं प्लाज्मा दान देने वालों की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा कर संक्रमितों की हर संभव मदद करने की कोशिश कर रहे हैं।
राज्य के करीब 1,000 युवा ‘प्रेजिडेंसी यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स काउंसिल’ द्वारा फेसबुक पर शुरू किए ‘कोविड-19 हेल्पडेस्क’ से जुड़े हैं, जिस पर घरों में पृथक-वास में रह रहे कोरोना वायरस के मरीजों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर और अस्पताल में बिस्तरों आदि से संबंधी ताजा जानकारी साझा की जा रही है।
‘प्रेजिडेंसी यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स काउंसिल’ के सदस्य देबनील पॉल ने सोमवार को बताया कि यह नेटवर्क पुष्ट ताजा जानकारी उपलब्ध कराता है और इसने अपने सदस्यों से अधिक से अधिक जानकारियां साझा करने की अपील की हैं, ताकि संकट के समय में लोगों की मदद की जा सके।
इस ‘हेल्पडेस्क’ से जुड़े श्रीजीत ने राज्य के हुगली जिले और कोलकाता के अलावा दिल्ली, बेंगलुरु, चंडीगढ़ और इंदौर समेत पश्चिम बंगाल के बाहर के शहरों में भी ऑक्सीजन सिलेंडरों की उपलब्धता संबंधी जानकारी पोस्ट साझा की, जिसे अभिनेता परमब्रत चटर्जी ने रीट्वीट किया। अभिनेता ने लोकप्रिय गायक-गीतकार अनुपम रॉय की भी पोस्ट साझा की, जिसमें कोरोना वायरस मरीजों के उपचार के लिए कोलकाता में ऑक्सीजन की आपूर्ति और चिकित्सकों की उपलब्धता की जानकारी दी गई है।
स्वास्थ्य सेवा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हम इस प्रकार की पहलों का स्वागत करते हैं। मौजूदा हालात में सरकार या निजी स्वास्थ्य सेवा सुविधाएं सब कुछ नहीं कर सकतीं। हर नागरिक को इस संकट में हर संभव मदद करनी चाहिए।’’
इसके अलावा, विभिन्न मीडिया संस्थानों एवं पोर्टल के पत्रकारों ने ‘कोविड-19 रिसोर्सिस’ नामक फेसबुक समूह बनाया है, जिसमें राज्य और इसके बाहर भी कोविड-19 अस्पतालों में बिस्तरों की उपलब्धता की ताजा जानकारी मुहैया कराई जा रही है।
इसके अलावा छात्रों और अध्यापकों समेत विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने हुगली और उत्तर 24 परगना जिलों में कोविड-19 संबंधी जानकारी देने वाला ‘रिसोर्स पूल’ नामक फेसबुक समूह बनाया है।
‘कोविड-19 रिसोर्सिस’ से जुड़ी एक मीडियाकर्मी ने कहा, ‘‘इस फेसबुक समूह को तीन दिन पहले बनाया गया था और इसकी मदद से कोरोना वायरस मरीजों के लिए बिस्तर खोजने में मदद मिली। इस समूह ने जरूरतमंदों तक ऑक्सीजन उपलब्ध कराने में भी मदद की है।’’