कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में 8 जुलाई को होने वाले पंचायत चुनाव में पार्टी द्वारा टिकट नहीं दिए जाने के बाद निर्दलीय उम्मीदवारों के रूप में नामांकन दाखिल करने वाले पार्टी सदस्यों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। ग्रामीण निकाय चुनावों की रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए पार्टी की एक आंतरिक बैठक में इस आशय का निर्णय लिया गया, जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने की और इसमें तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी सहित अन्य लोगों ने भाग लिया।
बैठक के बाद मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए वरिष्ठ तृणमूल नेता कल्याण बनर्जी ने कहा कि पार्टी नेतृत्व ने निर्दलीय उम्मीदवारों के रूप में नामांकन दाखिल करने वाले सदस्यों को निष्कासित करने का फैसला किया है, यह कहते हुए कि अगर वे अपना नामांकन वापस नहीं लेते हैं तो पार्टी के दरवाजे उनके लिए हमेशा के लिए बंद हो जाएंगे।
बनर्जी ने कहा, जिन लोगों ने पार्टी की सहमति के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवारों के रूप में नामांकन दाखिल किया है, उनसे मेरा विनम्र अनुरोध है कि वे अपना नामांकन वापस ले लें। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो उनके लिए पार्टी के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो जाएंगे। बनर्जी ने परोक्ष रूप से यह भी स्वीकार किया कि निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों ने तृणमूल के लिए चीजों को थोड़ा मुश्किल बना दिया है।
बनर्जी ने कहा, वैसे भी, हम माकपा, कांग्रेस और भाजपा के संयुक्त विरोध का सामना कर रहे हैं।इसलिए निर्दलीय उम्मीदवारों के रूप में चुनाव लड़ रहे पार्टी सदस्यों को तीनों के खिलाफ हमारी लड़ाई को मजबूत करने के लिए अपना नामांकन वापस लेना चाहिए।