बंगाल: सिर्फ प्राइमरी शिक्षक घोटाला ही 100 करोड़ का

कोलकाता। पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में में हर दिन चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। ईडी ने कोर्ट में दावा किया कि सिर्फ शुरुआती भर्तियों में ही कम से कम 100 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार हुआ है। केंद्रीय जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक आने वाले दिनों में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी यह संख्या कई गुना बढ़ने की संभावना है। ईडी ने कोर्ट को बताया कि प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष मानिक भट्टाचार्य, तृणमूल नेता कुंतल घोष, पूर्व शिक्षामंत्री पार्थ चट्टोपाध्याय, शांतनु बनर्जी, अयन शील भी इस भ्रष्टाचार में शामिल हैं।

मानिक भट्टाचार्य हैं प्रभावशाली

ईडी ने कोर्ट में कहा कि प्राइमरी शिक्षक भर्ती घोटाले में सबसे अधिक प्रभावशाली मानिक भट्टाचार्य है। इतना ही नहीं, मानिक जेल में होने के बावजूद प्रभावशाली हैं। ईडी के दो वकीलों फिरोज एडुल्जी और अभिजीत भद्र ने दावा किया कि मानिक को भर्ती भ्रष्टाचार मामले में जेल में रहने के बावजूद पार्टी से नहीं निकाला गया। साथ ही उन्होंने बताया है कि किस तरह मानिक का परिवार इस भ्रष्टाचार में शामिल है। मानिक उनकी पत्नी शतरूपा, बेटे सौविक को मंगलवार को पीएमएलए कोर्ट के न्यायाधीश सुवेंदु साहा के समक्ष पेश किया गया।

भाई के खाते का किया इस्तेमाल

ईडी के वकीलों ने कहा, मानिक ने जबरन अपने भाई के खाते का इस्तेमाल किया था। उस खाते के जरिए काला धन सफेद किया जाता है। उस जांच को करते हुए जांचकर्ताओं ने माणिक के भाई का बयान दर्ज किया है। वहीं मानिक के भाई हीरालाल ने कहा कि मानिक भट्टाचार्य उनके दादा हैं, यह उनका दुर्भाग्य है। मानिक के बेटे सौविक के भी भ्रष्टाचार में शामिल होने के बारे में बताते हुए ईडी के वकीलों ने कहा कि सौविक के दो बैंक खातों में लगभग पांच करोड़ रुपये जमा किए गए थे।

नदिया के पलाशीपारा से मानिक लड़ा था चुनाव

प्राइमरी बोर्ड के पूर्व चेयरमैन मानिक भट्टाचार्य परिवार के किसी अन्य सदस्य के रूप में राजनीति में सक्रिय होने के लिए नहीं जाना जाता है। मानिक खुद पीएचडी के तौर पर पढ़ाते थे। बाद में राजनीति से उनकी नजदीकियां बढ़ती गईं। माणिक भट्टाचार्य ने पहला चुनाव साल 2011 में लड़ा था यानी जिस साल राज्य में तृणमूल सत्ता में आई थी। उन्होंने नदिया के पलाशीपारा से चुनाव लड़ा था। लेकिन मानिक सीपीएम प्रत्याशी एसएम सादी से हार गए। 2016 की कैंडिडेट लिस्ट में मानिक का नाम नहीं था। बाद में उन्होंने पलाशीपारा से 2021 का दोबारा चुनाव लड़ा। नकाशीपारा के रहने वाले माणिक ने पलाशीपारा से जीत हासिल की।

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