कोलकाता । पश्चिम बंगाल के चार नगर निगम चुनाव के दौरान कई इलाकों में अशांति और पक्षपात के आरोप लग रहे हैं। विपक्षी पार्टियों ने बंगाल पुलिस पर मूकदर्शक बने रहने और धांधली का आरोप लगाया है। बंगाल के 4 नगर निगमों में सुबह 11 बजे तक हुआ 30 प्रतिशत मतदान हुआ, साथ ही कई इलाकों में अशांति और फर्जी मतदान का आरोप भी लगाए जा रहे हैं। पश्चिम बंगाल में बिधाननगर, सिलीगुड़ी, चंदननगर और आसनसोल में हो रहे चुनाव में मतदाता बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। शनिवार को इन चारों नगर निगमों में हो रहे चुनाव के दौरान सुबह 11:00 बजे तक औसतन 30 प्रतिशत मतदान हुआ है। चुनाव आयोग की ओर से जारी बयान के मुताबिक सबसे अधिक वोटिंग आसनसोल में हुई है। आसनसोल में 30.42% प्रतिशत लोगों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया है। वहीं बिधाननगर में 29.81% प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है। इसके अलावा सिलीगुड़ी में 28.07% प्रतिशत और चंदन नगर में 25.69% प्रतिशत लोगों ने मतदान किया। हालांकि सुबह से ही मतदान के दौरान जगह-जगह अशांति और फर्जी मतदाताओं द्वारा मतदान करने के आरोप लग रहे हैं।
मतदान के दौरान जगह-जगह पुलिस पर पक्षपात के आरोप लगे हैं। आसनसोल में तृणमूल कांग्रेस का स्टीकर चिपका पुलिस का वाहन बूथ के पास पहुंचा था। घटना चेलिडांगा हाई स्कूल, वार्ड 51 की है। आपत्ति दर्ज होने के बाद कार के चालक ने बाद में पानी से स्टिकर हटा दिया। स्थानीय लोगों को संदेह है कि कार को संभवत: ड्यूटी पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने इस्तेमाल के लिए लिया था।
दूसरी ओर आसनसोल बीजेपी नेता अग्निमित्र पॉल के घर के सामने पुलिस तैनात है। विधायक ने आरोप लगाया कि उनकी गतिविधियों को नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है। केंद्रीय बलों की सुरक्षा में इधर-उधर जाने की अनुमति नहीं है। इसके बजाय, राज्य पुलिस सशस्त्र बलों के साथ घूमने के लिए कहा जा रहा है। बिधाननगर के वार्ड 35 में बीजेपी उम्मीदवार ने आरोप लगाया कि उनके एजेंटों को बूथ में नहीं बैठने दिया गया और उन्हें धमकाया गया। प्रत्याशी बिश्वनाथ पांजा अकेले बाइक से घुम रहे हैं। वहीं तृणमूल उम्मीदवार सब्यसाची दत्ता ने शांतिपूर्ण मतदान का दावा किया है।
आसनसोल में बीजेपी एजेंटों को बूथों पर नहीं बैठने देने का आरोप लगा है। बीजेपी नेता जितेंद्र तिवारी ने आरोप लगाया कि आसनसोल की उपेक्षा हुई है। सिलीगुड़ी नगर निगम के वार्ड नंबर 24 में निर्दलीय प्रत्याशी विकास सरकार पर मतदाताओं को प्रभावित करने का आरोप लगा है। तृणमूल कांग्रेस से निष्कासित नेता ने सत्ताधारी पार्टी पर डर का माहौल बनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने इसी वार्ड के बीजेपी प्रत्याशी व विधायक शंकर घोष से शिष्टाचार का आदान-प्रदान किया।