Kolkata Desk : लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद ममता बनर्जी पहली बार जंगलमहल के दौरे पर पहुंचीं और झाड़ग्राम स्टेडियम में आयोजित विश्व आदिवासी दिवस समारोह में शामिल हुईं। Mamta ने आदिवासियों की साड़ी पहन कर उनके साथ नृत्य में कदम से कदम मिलाया। इस अवसर पर ममता आदिवासियों के वाद्य यंत्र धमसा बजाई और इसके साथ ही उन्होंने आदिवासियों के साथ झुमुर भी बजाया।
उल्लेखनीय है कि पिछले 2019 के लोकसभा चुनाव में झाड़ग्राम लोकसभा क्षेत्र में बीजेपी ने जीत हासिल की थी, लेकिन विधानसभा चुनाव में झाड़ग्राम जिला के 4 विधानसभा क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। मुख्यमंत्री के दौरे से आसपास सुरक्षा के भी कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज झाड़ग्राम में रात बिताएगी। कल बाढ़ की स्थिति देखने के लिए उनका घाटाल जाने का कार्यक्रम है।
लोकसभा चुनाव में जंगलमहल में TMC को ज्यादा सीटें नहीं मिल पाई थी, लेकिन विधानसभा चुनाव में टीएमसी ने वापसी की है। ऐसे में आदिवासियों के कार्यक्रम में शामिल होकर ममता बनर्जी ने यह दिखाया कि वह आदिवासियों के साथ हैं और आदिवासियों की संस्कृति के साथ उन्हें लगाव है।
बता दें कि विधासनभा चुनाव के दौरान आदिवासियों को अपने पक्ष में करने के लिए टीएमसी और बीजेपी में होड़ मच गई थी, लेकिन इस चुनाव में ममता बनर्जी आदिवासियों के वोट बैंक में सेध लगाने में सफल रही थीं। इस अवसर पर सीएम ने आदिवासी समुदाय के मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया।
मंगलवार को वह पूर्व मेदिनीपुर के घाटाल में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगी। हालांकि बाढ़ प्रभावित इलाकों में पानी कम हुआ है, लेकिन तीन लाख से ज्यादा विस्थापित लोग सात जिलों में फैले कई बचाव केंद्रों पर अपना डेरा जमाए हुए हैं।
उन लोगों को जिला अधिकारियों द्वारा आश्रयों में पर्याप्त राशन और दवाई दी जा रही है। साथ ही अधिकारियों को किसी भी जल जनित बीमारियों के प्रकोप से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है। बाढ़ के कारण कम से कम 23 लोगों की मौत हो गई।