कोलकाता /फलता : अब विद्यार्थियों को मिड डे मील में अंडे और मांस के साथ हिलसा मछली भी दिया जाने लगा है। छात्रों को उचित पोषण मिले यह सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा मिड डे मील भोजन की शुरुआत की गई है। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रतिदिन पौष्टिक भोजन दिया जाता है। पौष्टिक खाद्य पदार्थों में मछली, अंडे, मांस, सोयाबीन आदि शामिल हैं। हालाँकि कभी-कभी मिड डे मील की गुणवत्ता को लेकर शिकायतें मिलती रही रही है।
पर इन सबके बीच मिड डे मील में अब बच्चों को हिल्सा मछली भी दिया जाने लगा है। मिड-डे मील में छात्रों को हिल्सा देना कई लोगों के लिए अविश्वसनीय है, लेकिन साउथ 24 परगना के फालता प्राइमरी स्कूल ने ऐसी पहल की है। इसे लेकर पूरे राज्य में चर्चा शुरू हो गयी है क्योंकि मिड डे मील का मतलब हम चावल, दाल, सब्जी, सोयाबीन आदि समझते हैं।
कभी-कभी चिकन भी मिल जाता है। पर इन सबके बीच मिड डे मील में हिलसा मिलने से माता-पिता और छात्र काफी खुश हैं। माता-पिता और स्कूल सूत्रों के अनुसार, इस तरह की अनूठी पहल करना मुख्य रूप से स्कूल के मुख्य शिक्षक के कारण संभव हो सका है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक को विद्यार्थियों को प्रतिदिन एक जैसा भोजन देना पसंद नहीं है।
इसलिए वह हमेशा खाने का मेन्यू बदलते रहते हैं और छात्रों को स्वादिष्ट खाना परोसने की कोशिश करते हैं। चूंकि अभी हिलसा का मौसम है इसलिए उन्होंने हिलसा को चुना है। दूसरी ओर प्रधानाध्यापक तिलक नस्कर ने बताया कि विद्यालय में मध्याह्न भोजन में लगातार बदलाव किया जाता है। खाने के मेन्यू में बदलाव कर कभी फ्राइड राइस, चिली चिकन तो कभी बिरयानी जैसे खाद्य पदार्थ शामिल किए जाते हैं।
इस बार छात्रों को आगे बढ़ने के लिए हिल्सा की व्यवस्था की गई है। हालाँकि, जिस दिन ऐसी व्यवस्था की जाती है, उस दिन दो तरह की व्यवस्था होती है। स्कूल के बहुत छोटे छात्रों के लिए बागदा झींगा और वयस्कों के लिए हिल्सा।हिल्सा मछली में कांटे अधिक होते हैं और बच्चों को झींगा दिया जाता है ताकि कांटे उनके गले में न फंसे।
मिड-डे-मील का बकाया समेत कई मांगों को लेकर आईसीडीएस कर्मियों ने सीपीओ कार्यालय में जड़ा ताला
उत्तर दिनाजपुरः मिड-डे-मील के बकाए की मांग समेत कई मांगों को लेकर आईसीडीएस कर्मियों ने चोपड़ा स्थित सीपीओ कार्यालय में ताला जड़ दिया। उनकी शिकायत थी कि उन्हें लगभग चार माह से आईसीडीएस केंद्र का मध्याह्न भोजन का पैसा नहीं मिल रहा है। आईसीडीएस केंद्र के कर्मियों को केंद्र चलाने में बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मजदूरों की शिकायत है कि कई बार सीपीओ से शिकायत करने के बावजूद कोई फायदा नहीं हुआ।
नतीजा यह हुआ कि आज उन्होंने सीपीओ कार्यालय के गेट पर ताला जड़ दिया और धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। काफी देर तक धरना देने के बाद चोपड़ा बीडीओ समीर मंडल ने उन्हें आश्वासन दिया, जिसके बाद आखिरकार उन्होंने धरना दिया। वहीं, आने वाले दिनों में मांगें पूरी नहीं होने पर आईसीडीएस केंद्र कर्मियों ने बड़ा आंदोलन शुरू करने की धमकी दी है।